24 न्यूज अपडेट, एजुकेशन डेस्क। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से नीट यूजी 2024 का रिजल्ट इलेक्शन वाले दिन निर्धारित समय से 10 दिन पहले ही जारी करके सबको चौंका दिया। इसके परिणामों को देख कर पूरे देश में भूचाल आ गया है। इस परीक्षा में रेंक तो छोड़िये, 67 स्टूडेंट्स ऐसे हैं जिनके पूरे में से पूरे नंबर आए हैं। इन्होंने पहली रैंक हासिल की है। सभी को 720 में से पूरे 720 अंक मिले हैं। इतने मेधावी छात्रांं की वजह से एक नंबर भी कम लाने वालों के होंश उड़ गए हैं। अब उनके दिल्ली एम्स जाने के सपने ही चूर-चूर हो गए हैं। इसके अलावा सीरियल नंबर 62 से लेकर 69 तक के नीट रोल नंबर एक ही सेंटर या आसपास के सेंटर से हैं. इनमें सें आठ में से छह स्टूडेंट्स को 720 में से 720 अंक, अन्य दो को 719, 718 अंक मिले हैं. इसका स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर जर्बदस्त तरीके से वायरल हो रहा है. लोगों का पहला सवाल तो यही है कि 719 और 718 अंक कैसे मिल सकते हैं। बच्चों का कहना है कि जब हर सवाल चार नंबर का होता है व गलत जवाब देने पर एक अंक कटता है तो कोई छात्र सभी सवालों के सही जवाब देता है तो उसे 720 में से 720 अंक मिलेंगे। अगर एक सवाल छोड़ देता है तो 716 अंक मिलेंगे, जबकि यदि कोई एक सवाल गलत करता है तो उसे 715 अंक मिलेंगे। लेकिन विशाखा सुमन नाम की कैंडिडेट को 719 और यश कटारिया को 718 अंक मिले है।। आखिर ऐसा कैसे हुआ। इसके चलते सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर हैश टैग नीट रद्द करो चल रहा है। कई लोग व गुरूजन रिजल्ट में धांधली के खुल्ले आरोप लगा रहे हैं। इस धमाल के बाद अब एनटीए ने अब स्टूडेंट्स के आरोपों पर सफाई दी हैं। लेकिन कई लोग एनटीए की ओर मामले पर दी गई सफाई से भी संतुष्ट नहीं हैं. उनका कहना है कि इन्फॉर्मेशन ब्रोशर में यह जानकारी क्यों नहीं दी गई। उनका कहना है कि मनमर्जी करना गलत है क्योंकि यह कोई साधारण परीक्षा नहीं है। इससे डाक्टर बनेंगे जो पूरे देश के लोगों के स्वास्थ्य को संभालेंगे। इसमें यदि दीमक लगती है तो परिणाम अति गंभीर होंगे।
सूचना यह है कि आदरणीय अमानतजी का आज स्वास्थ्य नर्म है, अतः खबर के मोर्चे पर सक्रियता नहीं दिखा पाएंगे।
- सादर सूचनार्थ

