24 न्यूज अपडेट. उदयपुर। हर साल मानसून के जाते ही सडकों को ठीक करने के नाम पर करोडो का बजट जारी किया जाता है। जबकि हर साल देखने में आता है कि सडक पर उसी जगह गड्ढे पडते हैं जहां पर बरसों से पड रहे हैं। आखिर ऐसी नीतियों ओर ऐसी सडकें क्यों नहीं बनती जो सालों साल तक चलती हो। उस पर सरकारें वन टाइम इनवेस्टमेंट करके विश्व स्तरीय तकनीक और ऐसा काम करने वाले फर्मों को आखिर मौका क्यों नहीं देती। सब जानते हैं कि इस पैसे की किस तरह से बंदरबांट होती हैं। सडक की सेहत सुधरे ना सुधरे ठेकेदारों और सिस्टम के अन्य राजनीतिक व प्रशासनिक लाभार्थियों की आर्थिक सेहत जरूर दुरूस्त हो जाती है। इस बार भी यह उद्योग चल पडा हैं। पैसा आ गया है और खर्च होने वाला है। राज्य में आवागमन सुविधाओं को सुचारू बनाने को लेकर मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार पूरी तरह से गंभीर है। सड़कों के सुदृढ़ीकरण और चौड़ाईकरण कार्य के लिए करोड़ों रूपए स्वीकृत करने के साथ ही अब उप मुख्यमंत्री दियाकुमारी की पहल पर बारिश से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों की सेहत सुधारने के लिए भी 964 करोड़ रूपए की स्वीकृतियां जारी कर दी हैं। इससे प्रदेश भर में 2328 कार्य शामिल किए गए हैं। उदयपुर संभाग में भी बारिश के दौरान क्षतिग्रस्त हुई विभिन्न सड़कों के स्थायी मरम्मत के लिए 9404.62 लाख रूपए स्वीकृत किए गए हैं। इसके तहत उदयपुर जिले में सार्वजनिक निर्माण विभाग वृत्त उदयपुर शहर एवं उदयपुर ग्रामीण अंतर्गत कुल 78 कार्यों के लिए कुल 3260.18 लाख रूपए की स्वीकृति जारी की गई है। इसमें विधानसभा क्षेत्र खेरवाड़ा के लिए 1364 लाख, वल्लभनगर के लिए 660 लाख, उदयपुर ग्रामीण के लिए 576 लाख, गोगुन्दा के लिए 355.42 लाख तथा मावली के लिए 31.20 लाख स्वीकृत हुए हैं। इसी प्रकार संभाग के राजसमंद जिले में 182 कार्यां के लिए 1260 लाख, चित्तौड़गढ़ जिले में 24 कार्यों के लिए 1750.73 लाख, सलूम्बर जिले में 24 कार्यों के लिए 1102.71 लाख तथा भीलवाड़ा जिले में 19 कार्यों के लिए 2031 लाख रूपए की स्वीकृति जारी की गई है।
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