- वन एवं वन्यजीव संरक्षण आधारित एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न
24 न्यूज अपडेट. उदयपुर। उदयपुर में राज. वानिकी एवं वन्यजीव प्रशिक्षण संस्थान जयपुर द्वारा नाबार्ड के सहयोग से वनीकरण कार्य के तहत वन एवं वन्यजीव संरक्षण में वन विभाग एवं आमजन की भागीदारी व भूमिका विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन वनभवन स्थित सभागार में किया गया। कार्यशाला में वन अधिकारी, मीडिया प्रतिनिधिगण, NGO प्रतिनिधिगण, जन प्रतिनिधि गण VFPMC/EDC के अध्यक्ष व सदस्यो गणों ने भाग लिया। कार्यशाला में 55 प्रतिभागी शामिल हुये।
कार्यशाला में आंरभ में कोर्स डायरेक्टर शैतानसिंह देवड़ा ने विषय की स्पष्टता करते हुये आज की कार्यशाला का शेडयूल एवं विशेषज्ञ गणों के बारे में जानकारी दी। कार्यशाला में डा. वेंकटेश शर्मा, अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (प्रशिक्षण) राजस्थान ने की नोट एड्रेस’ दिया। इन्होने जन भागीदारी के बारे में छोटे-छोटे उदाहरणो के माध्यम से प्रतिभागियों को अवगत कराया कि जनभागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पहली शर्त लोगो का विश्वास जीतना है तभी सफलता प्राप्त हो सकती है।
कार्यशाला में प्रथम टेक्नीकल सेशन को महाराष्ट्र राज्य से आये बघेरा विशेषज्ञ’ एवं ‘वाईल्ड लाईफ कन्जरवेशन सोसायटी इंडिया के प्रबंधक ने संबोधित किया और वन्यजीवो के अंगो के अवैध व्यापार, बघेरा की आदते वन्यजीव संघर्ष में ध्यान देने योग्य बाते संघर्ष को न्यूनतम करने के तरीके के बारे में विस्तृत एवं महत्वपूर्ण जानकारी दी।
कार्यशाला में दूसरे सेशन के वक्ता श्री अजय चित्तौड़ा उप वन संरक्षक उदयपुर (उत्तर) थे जिन्होने स्थानीय परिस्थितियो में मानव वन्यजीव संघर्ष को नियत्रित करने के तरीके एवं स्थितियो के बारे में केस स्टडी के माध्यम से प्रजन्टेशन दिया।
तीसरे सेशन को संबंधित करते हुये उप वन संरक्षक उदयपुर श्री मुकेश सैनी ने जन भागीदारी के माध्यम से वन संरक्षण व प्रबंध केसे कर सकते है, PRA किसी क्षेत्र का केस करना चाहिये. पूरी प्रक्रिया समझाई।
चोथे सेशन को संबोधित करते हुये उदयपुर के वन्यजीव विशेषज्ञ डा. सतीश शर्मा ने अवगत कराय कि जन भागीदारी से जैवविविधता को किस प्रकार संरक्षित किया जा सकता है, परिणाम किस तरह सकारात्मक प्राप्त किये जा सकते है। जैवविविधता संरक्षण किस तरह हमारे जीवन के अस्तित्व के लिए परम आवश्यक है।
इन टेक्नीकल सेशन के पश्चात् मीडिया प्रतिनिधियो, जनप्रतिनिधियो, NGO प्रतिनिधियो एवं VFPMC/EDC के सदस्यो गणो ने उक्त विषय पर विचारो का आदान प्रदान किया। अतः में सभी प्रतिभागीयो से विषय आधारित कार्यशाला में फीड बैंक लिया गया।
कार्यशाला में इन विषय विशेषज्ञों के साथ ही उप वन संरक्षकगण संजय गुप्ता, चन्द्रपाल सिंह, ओ पी सुधार, उमेश बंसल, कस्तूरी सुले सुनील कुमार सिंह आदि उपस्थित रहें।
Discover more from 24 News Update
Subscribe to get the latest posts sent to your email.


