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राजस्थान विधानसभा में बजट भाषण सुनने पहुंचे असम के राज्यपाल महामहिम कटारिया, बोले पुराने साथियों से मिलने का मन था इसलिए आया हूं, मीडिया से कहा-जहां मुझे भेज दिया है उस पद की गरिमा के अनुसार ही चलूंगा, बजट पर अपनी राय नहीं दूंगा

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24 न्यूज अपडेट. उदयपुर। भजनलाल सरकार का पहला फुल बजट आज सुबह 11 बजे से विधानसभा में पेश होने को जा रहा है। इस बजट की कॉपियों को इससे पहले आज सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच कारों में विधानसभा पहुंचाया गया। बजट में लोकलुभावन घोषणाओं के अलावा, उद्योग, आधारभूत संरचनाओं, किसान, युवा और महिलाओं पर आधारित प्रावधान होने की पूरी संभावना है। आने वाले विधानसभा सीटों पर उपचुनाव को देखते हुए बजट में प्रावधान हो सकते हैं। वित्त मंत्री दीया कुमारी पहुंच चुकी है। बजट के दौरान विपक्ष की ओर से भी तगड़े हंगामे के आसार हैं। मंगलवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा था कि मुख्यमंत्री बजट पूर्व बैठकों में सुझाव ले रहे थे। वित्त मंत्री दीया कुमारी ने कितनी बैठक ली। वे कितनी बैठकों में मौजूद रहीं? बजट में वित्त मंत्री का विजन आएगा या मुख्यमंत्री का? ये नई हैं कि बजट कोई पढ़ेगा, बनाएगा कोई और उस पर काम फील्ड में कैसे कर पाएंगे, यह सोचने का सवाल है। डोटासरा विधानसभा पहुंच चुके हैं। उन्होंने कहा कि आठ महीनों का कार्यकाल आपसी झगड़ों में बीता है इस सरकार का। हम कह सकते हैं कि इनका कोई विजन नहीं है। यह पर्ची सरकार है। दीया कमारी का मीडिया में बायान आया कि हम पूरी तरह से तैयार हैं, बजट अच्छा लाएंगे।
इधर, असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया विधानसभा पहुंचे चुके हैं। कटारिया विधानसभा में बजट भाषण सुनेंगे। सीएम और विधानसभा स्पीकर सहित पक्ष विपक्ष के कई नेताओं से भी मुलाकात करने का भी कार्यक्रम है। कटारिया के प्रवास कार्यक्रम के अनुसार कटारिया यहां पर 2 बजे तक रहेंगे। वहां से रवाना होकर अपने आवास पर जाएंगे व शाम को साढे चार बजे उदयपुर के लिए प्रस्थान करेंगे। कटारिया का बजट भाषण में मौजूद रहना सबके लिए चर्चा का विषय बन गया है। राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने राजस्थान सरकार के बजट पर कहा, “मेरी इच्छा थी कि बजट के दिन मैं रहूं। मेरे पुराने साथियों से मिलना हो जाएगा…मेरे क्षेत्र की समस्याओं पर भी मुख्यमंत्री से बात कर लूंगा।“ असम बाढ़ पर उन्होंने कहा, “मैं स्वयं बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में गया हूं। लोग सहयोग कर रहे हैं। सरकार ने बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए रहने की व्यवस्था की है।“बोले बजट पर मेरी राय नहीं दे रहा हूं क्योंकि जहां मुझे भेज दिया है मैं उसकी गरिमा के अनुसार ही चलूंगा।

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