6 दिसंबर 2024 को एनिमल प्रोटेक्शन सोसाइटी उदयपुर ने सुल्तान ऊंट को लावारिस अवस्था में पाया था और उसे रेस्क्यू किया। चूँकि ऊंट राजस्थान का राजकीय पशु है तो यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि सुल्तान का संरक्षण किया जाये। लावारिस सुल्तान की
सूचना संस्था ने राज्य जीव जंतु कल्याण बोर्ड को दी। राज्य जीव जंतु कल्याण बोर्ड से तुरंत ही उदयपुर पशुपालन विभाग के जॉइंट डायरेक्टर डॉ शरद अरोड़ा को निर्देश जारी किये की सुल्तान का तुरंत रेस्क्यू करके उसको सुरक्षित किया जाये। 1 महीना होने आ गया उदयपुर प्रशासन आंखे बंद करके बैठा है। सुल्तान अभी भी सड़क पर है ,इतनी ठण्ड में उसके लिए सरकारी विभाग ने कोई व्यवस्था नहीं करी न खाने पीने की न ही सर्दी से बचने की। अगर राजस्थान के राजकीय पशु को कुछ हो जाता है तो अब इसका जिम्मेदार उदयपुर पशुपालन विभाग और जॉइंट डायरेक्टर डॉक्टर शरद अरोड़ा होंगे। बहुत ही दुखद बात है कि राजस्थान के राजकीय पशु की यह दुर्दशा। प्रशासन शायद इसके मरने का इंतजार कर रहा है।
राजस्थान का राजकीय पशु ऊंट सुल्तान उदयपुर की सड़क पर लावारिस मरने को है और उदयपुर के प्रशासन की आंखे नहीं खुल रही
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