24 न्यूज अपडेट. जयपुर। महाराष्ट्र के मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा जा रही नीलकमल बोट नेवी के जहाज से बुधवार को टक्कर के बाद समुद्र में डूब जाने के हादसे में शहीद होने वालो ंमें जयपुर का जवान महेंद्र भी शामिल हैं नेवी के 4 जवान और बोट पर सवार 9 सिविलियन की मौत हो गई थी। कमांडो महेंद्र सिंह जयपुर के रहने वाले हैं। पार्थिव देह गुरुवार दोपहर तक जयपुर आएगी व रेनवाल के जूनसिया गांव में कल शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा। शहीद कमांडो महेन्द्र सिंह (34) पुत्र विजय सिंह रेनवाल के जूनसिया गांव के थे। महेन्द्र सिंह दो महीने बाद नेवी से रिटायर होने वाले थे। मार्कोस कमांडो के पद पर थे। महाराष्ट्र के मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा जाते समय बुधवार को उनकी नीलकमल बोट नेवी के जहाज से टकरा गई थी। टक्कर के बाद उनकी बोट समुद्र में डूब गई। हादसे में कमांडो महेंद्र सिंह सहित 13 लोगों की मौत हो गई। इनमें तीन नेवी के जवान भी शामिल थे। कमांडो महेन्द्र सिंह के शहीद होने का पता चलने पर गांव व आस-पास क्षेत्र में शोक की लहर छा गई। मुम्बई से कमांडो महेन्द्र सिंह के पार्थिव देह को अंतिम संस्कार के लिए जयपुर के रेनवाल गांव रवाना कर दिया गया है। गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। वे नेवी में मार्कोस पेटी ऑफिसर के पद पर कार्यरत थे। कुछ दिनों पहले ही छुट्टी पूरी कर ड्यूटी पर लौटे थे। माता-पिता को मुंबई घुमाने के लिए साथ ले गए थे। शहीद कमांडो महेंद्र सिंह भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी को गन चलाने की ट्रेनिंग दे चुके हैं।
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