24 न्यूज अपडेट. उदयपुर। मेवाड़ में परम्परा है कि यहां निर्जला एकादशी को पतंग उडाई जाती है। मकर संक्रांति पर केवल दान और पुण्य का ही जोर रहता है। निर्जला एकादशी के मौके पर इस बार भी आसमान में सतरंगी पतंगें लहराएंगी व इसके लिए दुकानदारों ने भी तैयारी कर ली है। उदयपुर में इस बार विभिन्न प्रकार की पतंगों की खूब डिमांड है। मौसम बदलते ही बाजारों में रौनक भी बढ गई है। आकर्षक रंग और डिजाइन की पतंगें उड़ान भरने को तैयार है। छुट्टियों के कारण पर्व का उत्साह दुगना हो गया है। इस वर्ष निर्जला एकादशी का पर्व 17 जून को मनाया जाएगा.। शहर की प्रमुख पतंग की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ जुट रही है। दुकानदारों ने विभिन्न राज्यों से आकर्षक डिजाइन की पतंगें मंगवाई है। उदयपुर के देहलीगेट स्थित सलीम पतंग मर्चेंट के संचालक सलीम ख़ान ने बताया कि निर्जला एकादशी को ध्यान में रखते हुए इस बार गुजरात, महाराष्ट्र और कोलकत्ता से विभिन्न आकर्षक डिजाइन की पतंगों को मगवाया गया है। प्लास्टिक पन्नी के साथ ही कागज की पतंग को काफी ज्यादा पसंद की जा रही है। दुकानदारों का कहना है कि चायनीज मांझे का कांसेप्ट पंजाब में था क्योंकि वहां पर बड़ी-बड़ी पतंगें उड़ाते हैं। इन पतंगों के लिए चायनीज मांझे की जरूरत पड़ती थी। उदयपुर में चायनीज मांझा ना तो आता है ना ही मंगवाया जाता है। सरकार ने इस पर रोक लगा कर बहुत ही अच्छा काम किया।
Discover more from 24 News Update
Subscribe to get the latest posts sent to your email.