24 News Update भीलवाड़ा. राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में गोल्ड ट्रेडिंग इन्वेस्टमेंट स्कीम के नाम पर एक व्यवसायी से की गई 1.74 करोड़ रुपये की साइबर ठगी के मामले में साइबर थाना पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने दो आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है और अब तक 48.39 लाख रुपये पीड़ित को वापस भी दिलवा दिए गए हैं।
साइबर पुलिस की बड़ी कार्रवाई
भीलवाड़ा एसपी धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि जिले में बढ़ते साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए एएसपी पारसमल जैन के निर्देशन में लगातार अभियान चलाया जा रहा है। मई महीने में एक व्यवसायी से गोल्ड ट्रेडिंग में निवेश के नाम पर ठगी की गई थी, जिसकी रिपोर्ट साइबर थाना, भीलवाड़ा में प्रकरण संख्या 5/2025 के अंतर्गत धारा 326(2), 318(4), 61(2), BNS एवं 66 IT एक्ट में दर्ज की गई।
देशभर में फैला ठगी का जाल
जांच के दौरान सामने आया कि देश के कई राज्यों—जैसे कि महाराष्ट्र, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, बिहार और तमिलनाडु—में आरोपियों के बैंक खातों के माध्यम से करोड़ों की ठगी की शिकायतें दर्ज हैं। भीलवाड़ा साइबर पुलिस ने बैंक और नोडल अधिकारियों के सहयोग से त्वरित कार्रवाई करते हुए लगभग 60 लाख रुपये विभिन्न खातों में होल्ड करवा दिए हैं। पुलिस ने इस मामले में दक्षिणी दिल्ली के मालवीय नगर थाना क्षेत्र से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है—
सरताज अली (38 वर्ष), मोहम्मद अख्तर अंसारी (48 वर्ष), प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि ये आरोपी फर्जी कंपनियां बनाकर निवेश योजनाओं के नाम पर लोगों को आकर्षित करते थे और फिर बड़ी रकम की ठगी करते थे। पुलिस के अनुसार आरोपी निवेशकों को झांसा देने के लिए फर्जी वेबसाइट, कस्टमर केयर सपोर्ट, डेमो एप्लिकेशन और झूठे रिटर्न दस्तावेज का सहारा लेते थे। कई बार इन स्कीमों को सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुप्स के जरिए फैलाया जाता था।
जांच जारी, और खुलासों की संभावना
भीलवाड़ा साइबर पुलिस का मानना है कि यह एक अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह है, और आने वाले दिनों में कई और मामलों का खुलासा हो सकता है। पुलिस आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है, जिसमें ठगी में शामिल अन्य लोगों और नेटवर्क की जानकारी जुटाई जा रही है।
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