24 न्यूज अपडेट. सपोटïर्स डेस्क। हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने विनेश फोगाट का चैंपियंस की तरह से स्वागत करने और उन्हें 4 करोड़, सरकारी नौकरी देने, सिल्वर मैडलिस्ट वाला सम्मान देने की घोषणा की है। पेरिस ओलिंपिक में 50 किलोग्राम फ्री स्टाइल कुश्ती वर्ग से 100 ग्राम वजन अधिक होने से बाहर होने के बाद हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने उनके लिए आज यह ऐलान किया है। विनेश फोगाट हरियाणा के चरखी दादरी की रहने वाली हैं और सोनीपत के खरखोदा में उनकी शादी हुई है। विनेश फोगाट की चचेरी बहन और भाजपा नेता बबीता फोगाट ने हरियाणा सीएम के ऐलान पर कहा- यह स्वागत योग्य कदम है।
इससे पहले विनेश फोगाट ने लिखा- मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी माफी।
सैनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा-हमारी हरियाणा की बहादुर बेटी विनेश फोगाट ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ओलिंपिक के फाइनल में प्रवेश किया है।
किसी भी कारण से वह ओलिंपिक का फाइनल नहीं खेल पाई हो, लेकिन वह हम सभी के लिए चैंपियन है। हमारी सरकार ने फैसला किया है कि विनेश फोगाट का पदक विजेता की तरह स्वागत और सम्मान किया जाएगा। हरियाणा सरकार ओलिंपिक रजत पदक विजेता को जो सम्मान, इनाम और सुविधाएं देती है वे सभी विनेश फोगाट को भी कृतज्ञता पूर्वक दी जाएंगी। हरियाणा सरकार सिल्वर मेडल जीतने वाले खिलाड़ी को 4 करोड़ कैश और सरकारी नौकरी देती है।
सरकार की ओर से ऐलान किया गया कि पेरिस ओलिंपिक में जो भी खिलाड़ी गोल्ड मेडल लेकर आएगा उसे 6 करोड़ रुपए, सिल्वर जीतने पर 4 करोड़ और ब्रॉन्ज जीतने पर 2.5 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। फोगाट सिल्वर मेडल के मुकाबले को जीत चुकी थी, इसलिए 4 करोड़ रुपए सरकार की ओर से दिए जाएंगे। सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया गया है। इधर, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी ने विनेश फोगाट को 25 लाख रुपए देने का ऐलान किया है। फाउंडर एवं राज्यसभा सांसद अशोक कुमार मित्तल ने कहा कि हमें उन्हें 25 लाख की पुरस्कार राशि प्रदान करने पर गर्व है, जो सिल्वर मेडल विजेताओं के लिए आरक्षित थी।
इस बीच, हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सभी 90 विधायकों को एक जुट होकर विनेश फोगाट को राज्यसभा में भेजना चाहिए।
कल से जो घटना क्रम हमारी बहन विनेश फोगाट के साथ हुआ, उसके बाद पूरे देश में दुख का माहौल है कि हमारा एक मेडल हम से रह गया। मैं तो सब 90 विधायकों से आग्रह करूंगा कि हम सबको मिलकर उसको ये सम्मान देना चाहिए कि देश की राज्यसभा में हम उसको भेज सकें। ये खिलाडिय़ों का भी सम्मान होगा, ये बेटियों का भी सम्मान होगा। जो सम्मान एक मेडल जीतने का आना था, वो हमारी बहन को हम देश की सबसे बड़ी पंचायत में भेज तो वो सम्मान मिलेगा। पेरिस ओलिंपिक से डिसक्वालीफाई हुई विनेश फोगाट पर हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके ताऊ महावीर फोगाट आमने-सामने हो गए। हुड्डा ने कहा कि अगर मेरे पास बहुमत होता तो मैं विनेश को राज्यसभा भेज देता। जिस पर महावीर फोगाट ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि वे (हुड्डा) भेदभाव करते हैं। इससे पहले गीता को राज्यसभा क्यों नहीं भेजा। उन्होंने हुड्डा के बयान को राजनीतिक स्टंट बताया है। उन्होंने कहा कि 2012 में गीता ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाली पहली महिला पहलवान बनीं थी। उस समय हुड्डा की सरकार थी। गीता और बबीता को डीएसपी बनाया जाना था, लेकिन हुड्डा साहब ने भेदभाव किया और गीता को इंस्पेक्टर और बबीता को सब-इंस्पेक्टर बना दिया। कोर्ट की शरण लेने के बाद ही बबीता फोगाट को भाजपा ने खेल विभाग में डिप्टी डायरेक्टर का पद दिया।
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