24 न्यूज अपडेट. बांसवाड़ा। डमी अभ्यर्थी बिठाकर राजकीय सेवा में चयनित होने के मामले में पुलिस अधीक्षक से दुराचरण की रिपोर्ट आने के बाद जिला परिषद की जिला स्थापना समिति ने सोमवार को चार शिक्षकों को राजकीय सेवा से बर्खास्त कर दिया। आपको बता दें कि इससे पहलेएक ग्राम विकास अधिकारी और सात शिक्षकों को राजकीय सेवा से बर्खास्त किया जा चुका है। जिला स्थापना समिति की बैठक अध्यक्ष रेशम मालवीया की अध्यक्षता में हुई। राजस्थान प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक अध्यापक सीधी भर्ती परीक्षा 2022 भर्ती परीक्षा में डमी अभ्यर्थी बिठाकर चयन कराने को लेकर पुलिस थानों में दर्ज मामलों को लेकर विचार-विमर्श किया गया। पुलिस थानों में दर्ज मामलों में पुलिस की ओर से दुराचरण संबंधी रिपोर्ट प्राप्त होने पर चार शिक्षकों नरेश कटारा लेवल 2 राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सातसेरा, रमेश चंद्र अड़ लेवल 2 राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पाटन, राजेंद्र कुमार लेवल 1 राजकीय प्राथमिक विद्यालय दर्रा और दीपक कुमार लेवल 1 राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कजवाली में कार्यरत थे जिन्हें आज जिला परिषद से अनुमोदन के बाद राज्य सेवा से बर्खास्त करने का निर्णय किया। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. वी.सी. गर्ग, सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी आदि मौजूद रहे। गौरतलब है कि डमी अभ्यर्थी बिठाने के मामले में 15 दिन पहले ग्राम विकास अधिकारी सकनसिंह खडिय़ा, तृतीय श्रेणी अध्यापक बादर गरासिया, महेशचंद्र पटेल, अनूप डोडियार, महेंद्रसिंह, गीता देवदा, खातुराम और सविता डोडियार को बर्खास्त किया गया है। सीईओ वी.सी. गर्ग ने कहा कि डमी अभ्यर्थी बिठाकर नियुक्ति प्राप्त करने के मामले में विभिन्न थानों में प्राथमिकी दर्ज हुई है। पुलिस अधीक्षक की ओर से चार शिक्षकों की दुराचरण रिपोर्ट मिली है। स्थापना समिति की बैठक में चारों शिक्षकों को राज्य सेवा से बर्खास्त करने का निर्णय किया गया है। पहले भी एक वीडीओ और सात शिक्षकों को राज्य सेवा से बर्खास्त किया था।
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