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पेपर लीक के मजे,पहले बना टीचर, फिर एसडीएम का रीडर और फिर इंजीनियर, 3 जिलों से जुड़ा कनेक्शन, 15 के खिलाफ रिपोर्ट

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24 न्यूज अपडेट. बांसवाड़ा। वनरक्षक-2022 पेपर लीक के तार डूंगरपुर जिले तक जुड़े हैं। पुलिस ने शिक्षा विभाग में कार्यरत चीखली निवासी अभिमन्यु सिंह को गिरफ्त में लिया है। इससे पहले वह शिक्षक होने के साथ प्रतिनियुक्ति पर लंबे समय से चीखली एसडीएम को रीडर रहा है। पुलिस ने 15 आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। जिनमें से 10को डिटेन किया है। जांच एएसपी राजेश भारद्वाज को सौंपी गई है। प्रतापगढ़ जिले का आरोपी गिरफतार हुआ है। चीखली निवासी अभिमन्यु सिंह वर्ष 2018 में थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती में चयनित हुआ व 13 फरवरी 2019 को गलियाकोट में पोस्टेड हुआ। कुछ समय बाद उसने अपना एसडीएम ऑफिस में करा लिया। यहां पर रीडर बना बैठा है। एक अन्य परीक्षा देने के बाद इंजीनियर बन गया। अभी शिक्षा विभाग के समसा में कार्यरत है। प्रवीण व उसका साला व अन्य आरोपी गिरफ्त में हैं। इन सभी से गहन पूछताछ की जा रही है। प्रतापगढ़ जिले के रहने वाले और हाल में हाउसिंग बोर्ड से गिरफ्तार किए गए प्रवीण मालवीया ने बताया कि सकन खड़िया एक अन्य दलाल संपर्क कर अभ्यर्थियों से बात कर 8- 8 लाख में सौदा तय करने को कहा था। पेपर लाने वालों के नाम बाड़मेर के गुड़ा मलानी अरटवाव निवासी हरीश उर्फ हीराराम पुत्र रतना और चिकली निवासी अभिमन्यु सिंह चौहान पुत्र हिमत सिंह चौहान बताए। साथ ही बताया कि कुशलगढ़ के मगरदा निवासी ईश्वर पुत्र नाथूलाल, उसकी पत्नी शीला, नवा गांव निवासी शिल्पी, वहीं के वीर सिंह, बगायचा निवासी सुखराम को पेपर कराया। साथ ही एक अन्य दलाल मोर कुशलगढ़ निवासी विनिश पुत्र कालू सिंह के जरिए कोठारिया निवासी सुभाष, हरीश व भीलकुआं निवासी छगन को शहर की अहिंसापुरी के घर में पेपर हल कराया गया। दूसरी पारी का पेपर आरोपी के हाउसिंग बोर्ड स्थित घर में कराया गया। यहां पर कई नए अभ्यर्थी पहुंचे थे।

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