कविता परखा
24 न्यूज़ अपडेट निंबाहेड़ा। निम्बाहेडा से चितौडगढ जाने वाले मार्ग पर लगी सडक के मध्य नवनिर्मित डिवाडर एलइडी रोड लाइटें निम्बाहेडा के सौन्दर्यकरण विकास के साथ प्रवासी अतिथिगणों की सुविधा के लिए सम्बधित विभाग द्वारा लाखों रूपए लगाकर ठेकेदार के द्वारा नयनिर्मित निर्माण के बाद से केवल दिपावली पर्व पर 4 से 5 दिनों तक अलग-अलग दिनों में संचालित की गई उसके बाद कई दिनों से बंद होने के कारण निम्बाहेडा से चितौडगढ मार्ग पर से आवागमन काफी प्रवासी अतिथिगण के अलावा जेके व वंडर सीमेन्ट में षीप्ट वार श्रमिकों को भी अपने कार्य से आने जाने वालों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है वहीं अंधेरे के कारण राहगीर आए दिन गिरकर चोटिल हो रहे हैं तथा चार पहिया वाहनों की रात्रि को हेड लाइट की रोषनी में राहगीरों व श्रमिकों को छोटे टू व्हीलर वाहनधारको से आवागमन के दौरान बडे वाहनों की तेज रोषनी के सामने छोटे वाहनों की रोषनी से सडक की साइट नहीं दिखाई देने से भी वहां पडे छोटे -बडे पत्थरों पर गिरने से भी दुर्घटना होने की संभावना लगातार बनी रहती है।वहीं इसी क्षेत्रा में कई कॉलोनीवासी भी इधर -उधर आने व जाने में अंधेरा रहने पर काफी परेषानियों के सामना करने से सम्बधिंत विभाग के अधिकारियों को भी कोसते रहते है। निम्बहेडा में लाखों का विकास करवाया अंधेरा ही रखना था तो क्यों करवाया जबकि इसी मार्ग से सभी विभागों के अधिकारीगण सहित जनप्रतिनिधि का आना-जाना रहता है। फिर इस नव निर्मित निर्माण विकास की अनदेखी करने का कारण यहां के आस-पास के निवासीयों ,जेके व वडंर सीमेंन्ट में कार्य करने वाले श्रमिकों द्वारा चर्चा का विषय भी बना हुआ है। जब रोषनी के नाम से निर्मित सुविधा करके सुविधा देने के लिए के नव निर्माण करवाया लाखों रूपए खर्च कर सुविधा नहीं मिल रहीं तो यह विकास सौन्दर्यकरण को लेकर नहीं करवाना चाहिए सडक के दोनो ओर विधुत खम्बों पर लगी साईटों पर उस रोषनी की व्यवस्था कराने की ओर ध्यान देकर इस मार्ग से आवागमन करने वाले आमजनता को राहत दिलाने की ओर सुविधा का विस्तार करावें। जिस पर निम्बाहेडा से चितौडगढ मार्ग पर अंधेरा से छुटकार मिल सके ओर रोषनी की व्यवस्था माकुल हो सके इस ओर सम्बधिंत विभाग के अधिकारियों को विषेष तौर से सुविधा का विस्तार कर आमजनता को राहत दिलाने में सहयोग प्रदान करना चाहिए।
उपरोक्त निम्बाहेडा से चितौडगढ मार्ग पर बंद पड़ी सडक के बीचों बीच एलइडी डिवाडर रोड लाइटों को लेकर रोड लाइटों को रखरखाव करने वाले ठेकेदार द्वारा समय पर दूरस्त नहीं किया जा रहा है। सम्बिंधत विभाग के अधिकारियों द्वारा अनदेखी करते हुए द्वारा भी इस मामले में कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जा रहा है ।इससे यह प्रतीत होता है कि रोड लाइटों का रखरखाव करने वाले ठेकेदार को सम्बधिंत विभाग के अधिकारी द्वारा खुली छूट मिली हुई है। निम्बाहेडा से चितौडगढ क्षेत्रा तक क्षेत्र में सिर्फ सडक के बीचों बीच डिवाडर पर खम्बे लगे वहां तीन या चार रोड लाइटें ही चालू है बाकी सब अधिकाषं लाइटें बंद पड़ी है।
अब देखना यह है कि सम्बधिंत विभाग के अधिकारीगण द्वारा उपरोक्त मामले को गंभीरता से लेकर सडक के बीचों बीच लगे डिवाडर पर लगे विधुत खम्बों एलइडी रोड लाइटें सही करवाई जाएगी या मामले को नजर अंदाज कर यूं ही रोड पर आवागमन करने वालों को अंधेरे में धकेल दिया जाएगा। अधिकारी इस मार्ग से कई बार गुजरते वे चार पहिया एसी कार में बेठकर उनके वाहन की रोषनी द्वारा मार्ग पर आवागमन करते रहते उन्हें राहगीरों व जेके व वंडर सीमेन्ट के श्रमिकों के छोटे वाहनो से आवागमन करने में जो दिक्कत महसुस होती हैं वो दिक्कत चार पहिया एसी कारों में बेठकर गुजरते रहते उन्हें अंधेरा दिखाई नहीं देने से कोई दिक्कत नहीं होने से ऐसे विकास सौन्दर्यकरण के नाम पर लाखों रूपए का विकास पर लाखों रूपए खर्च करने से निम्बाहेडा के निवासियों व श्रमिकों को क्या संदेष देना चाहते है। किसी के समझ में नहीं आ रहा हैं ।

