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दस दिवसीस आवासीय एनसीसी प्रशिक्षण शिविर का हुआ समापन, सफलता का कोई शोर्ट कट नहीं है, कड़ी मेहनत ही सफलता का मूल मंत्र – बीएल गुर्जर

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एनसीसी कैम्प से व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास – कर्नल प्रकाश कुमार एन.
युवा जीवन में सोच हमेशा उंची रखे- दलपत सुराणा

24 न्यूज़ अपडेट उदयपुर . 02 राज आर एण्ड वी रेजीमेंट एनसीसी नवानिया की ओर से आयोजित दस दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर के समापन समारोह का शुभारंभ जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ के कृषि भवन के सभागार में मुख्य अतिथि कुल प्रमुख बी. एल. गुर्जर, विशिष्ट अतिथि दलपत सुराणा, प्रो. सरोज गर्ग, कैम्प कमांडेंट कर्नल प्रकाश कुमार एन. ने माँ सरस्वती की मूर्ति पर पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्जवलित कर किया। इससे पूर्व कैडेट्स द्वारा अतिथियों को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। समारोह में केडेट्स द्वारा राजस्थानी, पंजाबी व देश भक्ति गानों पर जमकर प्रस्तुतियॉ देकर उपस्थित अतिथियों को मंत्रमूग्ध कर दिया।
प्रारम्भ में केम्प कमांडेट कर्नल प्रकाश कुमार एन. ने बताया कि दस दिवसीय शिविर विभिन्न जिलों अनेक संस्थाओं के 276 केडेट्स ने भाग लिया। शिविर के दौरान केडेट्स को मेप रिडिंग, हेल्थ एण्ड हाईजिंन, फिल्ड क्राफ्ट एण्ड बेटल क्राफ्ट, फायरिंग, पशु प्रबंधन, फैरेरी, सेडलरी, मस्कटरी, ऑप्टिकल, टेंट पिचिंग अभ्यास के साथ साथ योगा, सांस्कृतिक एवं खेलकूद प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। श्रेष्ठ प्रतिभागियों को अतिथियों द्वारा मेडल प्रदान कर सम्मानित किया गया।
अध्यक्षता करते हुए कुल प्रमुख बी. एल. गुर्जर ने युवाओं का आव्हान किया कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए कृतज्ञता का भाव, टाईम मैनेजमेंट व सकारात्मक सोच जरूरी है और यही भाव आपको जीवन में सफल बनाता है। सफलता का कोई शोर्ट कट नहीं है, कड़ी मेहनत ही सफलता का मूल मंत्र है।
समाजसेवी व भाजपा नेता दलपत सुराणा ने युवाओं का आव्हान किया जीवन में हमेशा उंची सोच रखे व अच्छा शक्ति अपार होनी चाहिए। पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम कहा कहते थे सपने हमेशा उंचे देखने चाहिए। जैसा हम सोचेगे जीवन में ही वैसा ही होगा। जीवन में सकारात्मक दृष्टि से किसी व्यक्ति के भाव को देखते हुए यदि हम उसका सहयोग करते है तो उसका भी आगे चलकर अन्य के प्रति उसके भी भाव ऐसे ही हांेगे। जीवन में हमेशा आगे बढ़ने से पहले अपना लक्ष्य निर्धारित करें और उसी दिशा में आगे बढेगे तो सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।

संचालन मुद्रिका गुप्ता और अमूल्या बाकडे ने किया जबकि आभार डॉ. हिम्मत सिंह चुण्डावत ने जताया। इस अवसर पर एनसीसी केडेट्स, एएनओ व एनसीसी अधिकारी मौजूद थे

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