24 न्यूज अपडेट उदयपुर। दिनांक 17 जुलाई 2024। नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा नीति आयोग के ऊर्जा सलाहकार की अध्यक्षता में गठित बायोगैस (लघु एवं मध्यम संयंत्र) पैनल/उप-समिति में एमपीयूएटी उदयपुर के सेवानिवृत्त प्रोफेसर / पूर्व विभागाध्यक्ष
डॉ. दीपक शर्मा को सेक्टर विशेषज्ञ के रूप में नामित किया गया है।चरण-I के तहत 858 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ वित्त वर्ष 2021-22 से 2025-26 तक दो चरणों में कार्यान्वयन के लिए नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा नवंबर, 2022 में राष्ट्रीय जैव ऊर्जा कार्यक्रम (एनबीपी) को अधिसूचित किया गया था जो कि तीन घटकों (i) अपशिष्ट से ऊर्जा कार्यक्रम (ii) बायोमास कार्यक्रम और (iii) बायोगैस कार्यक्रम के तहत देश में जैव ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए मंत्रालय के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है। समीक्षा समिति वर्ष 2021-22 से 2023-24 तक की अवधि के लिए एनबीपी चरण-I के प्रत्येक उप-घटकों के समग्र उद्देश्यों, समीक्षा तंत्र और कार्यान्वयन की प्रगति का विश्लेषण और मूल्यांकन करेगी, जिसकी सिफारिशों के परिणामों को एनबीपी के चरण-II के अनुमोदन प्रस्ताव के साथ शामिल किया जाएगा।उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय के पूर्व निदेशक छात्र कल्याण तथा पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. शर्मा वर्तमान में भारत सरकार द्वारा प्रायोजित सभी बायोगैस प्रशिक्षण एवं विकास केंद्रों की समीक्षा के लिए गठित राष्ट्रीय समिति तथा भारत सरकार द्वारा ही नए बायोगैस संयंत्रों के डिजाइन मूल्यांकन के लिए गठित राष्ट्रीय समिति के भी विशेषज्ञ सदस्य हैं।
डॉ. दीपक शर्मा सेक्टर विशेषज्ञ के रूप में नामित

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