24 न्यूज अपडेट. डूंगरपुर। गर्मी का सितम बरकरार है। जिले में भीषण गर्मी और लू चलने से आम जनजीवन बेहाल हो गया है। डूंगरपुर में तेज गर्मी से राजकीय पुस्तकालय की बगल में स्थित गार्डन में 300 चमगादड़ों की मौत की खबर मिली है। बताया गया कि चमगादड़ों के शव सड़ने की बदबू आने के बाद इसका पता चला। अब इससे संक्रमण की भी आशंका है। जानकारों का कहना है कि करीब तीन दिन से लगातार चमगादड़ों की मौतें हो रही हैं व उनके शव यहां वहां बिखरे हुए हैं। इन चमगादड़ों का 15 से 20 साल पुराने पेडों पर डेरा था। कुछ चमगादड़ तो पेड़ पर उल्टे लटकते हुए ही काल कवलित हो गए। वन्य जीव विशेषज्ञों का कहना है कि तापमान जब 41 डिग्री को पार जाता है व हवाएं ज्यादा गर्म होकर चलती है तो पेड़ों पर उलटा लटकने वाले चमगादड़ों के लिए यह सब असहनीय हो जाता है व वे मरने लगते हैं। चमगादड़ दिन में पेड़ों पर आराम करते हैं व ये सुबह-शाम को ही पानी का सेवन करते हैं। पानी नहीं मिलने पर दम तोड़ देते हैं। केवल कुछ ही किस्म के चमगादड खुले में रहते हैं क्योंकि ये भारी भरकम होते हैं। बाकी सभी ठंडी गुफाओं में रहते हैं। मरे हुए चमगादड़ों के शवों से संक्रमण फैलने से रोकने के लिए जमीन में दफनाना होगा। साथ ही मौतों को रोकने के लिए बगीचेया आसपास के क्षेत्र में पानी भर कर रख सकते हैं।
डूंगरपुर में भीषण गर्मी से 300 चमगादड़ों की मौत

Advertisements
