उदयपुर, 24 नवंबर। अगर हमें उजाड़ीकरण से बचना है तो हमें उन्हें उजाड़ना होगा, जो हमें उजाड़ते हैं। यह विचार ठेला व्यवसाय मजदूर यूनियन के संरक्षक एवं पूर्व पार्षद राजेश सिंघवी ने माछला मंगरा स्थित शिराली भवन में “उजाडीकरण विरोध दिवस “के उपलक्ष पर आयोजित गोष्ठी में व्यक्त किये ।
उन्होंने कहा कि देश में विकास के मॉडल के नाम पर उजाड़ीकरण का मॉडल चल रहा है।सिंघवी ने कहा कि हमें नगर निगम के आने वाले चुनाव में उजाड़ने वालों के हर जुल्म को याद कर उसका हिसाब देना होगा। उन्होंने कहा कि हमें अपने रोजगार एवं संघर्षों के दम पर सत्ता पर भी कब्जा कर हमारे अधिकारों एवं सम्मान की रक्षा करनी होगी।
गोष्ठी में नेशनल हॉकर फेडरेशन के राज्य संयोजक याकूब मोहम्मद ने कहा कि वर्ष 1999 से देश में ठेला फुटपाथ व्यवसाइयों के उजाडीकरण के विरोध में यह दिवस मनाया जाकर यह संकल्प लिया जाता है कि हम हर चुनौती का मुकाबला कर अपने रोजगार और सम्मान की रक्षा करेंगे । उन्होंने कहा कि सरकार एक तरफ पथ विक्रेताओं को उनके रोजगार के विकास के नाम पर लोन दे रही है तो दूसरी तरफ नगर निगम जैसी संस्थाएं रोजगार से उजाड़ गरीब के पेट पर हमला कर रही है। उन्होंने कहा कि पथ विक्रेता कानून में टाउन वेंडिंग कमेटी को ही एक मात्र पथ विक्रेताओं के बारे में सभी निर्णय लेने का अधिकार दिया है लेकिन सत्ता धारी नेताओं एवं अफसरो ने तानाशाही से पथ विक्रेताओं को उनके अधिकार से वंचित कर रखा है।
गोष्ठी में ठेला व्यवसाय मजदूर यूनियन के अध्यक्ष मोहम्मद निजाम ने कहा कि हमें जाति, धर्म, क्षेत्र के नाम पर बांटने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन हम एक रहकर हर दमन का मुकाबला करेंगे। उन्होंने कहा कि कोई नेता या अफसर उदयपुर आता है तो ठेला फुटपाथ व्यवसाइयो को गंदगी समझकर उन्हें उस रोज रोड से रोजगार से बेदखल कर दिया जाता है तो आने वाले वक्त में हम उन्हें बताएंगे कि उदयपुर में गरीब को गंदगी समझने वालो की राजनीति नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा का बोर्ड कानून और अदालतों के आदेश नहीं मान गुंडाराज चल रहा है । उन्होंने कहा कि पहले ठेला व्यव साइयों से अतिक्रमण के नाम पर 100 से 300 रुपये जुर्माना लिया जाता था लेकिन अब उसे जुर्माने की राशि 3000 से 9000 रुपये कर और ज्यादा हमला करने का निर्णय लिया जा रहा है।
गोष्ठी में यूनियन की उपाध्यक्ष मोहिनी माली ने कहा कि नगर निगम गैर कानूनी रूप से ठेला फुटपाथ व्यवसाइयो के समान और माल की जप्त कर उन्हें बाद में कबाड़ के नाम पर बेच आम जनता के साथ लूट मचा रहा है।
गोष्ठी में यूनियन के सचिव मोहम्मद शाहिद ने नगर निगम पर उजाड़ने का ही काम करने का आरोप लगा कर कहा कि उसका काम उजाडीकरण का न हो बसाने का है। उन्होंने कहा कि नगर निगम ने नो वेंडिंग जोन तो निश्चित कर दिए लेकिन एक भी जगह वेंडिंग जोन नहीं बनाया ,जिससे उनकी मंशा स्पष्ट होती है।
गोष्ठी में देवी सिंह, लक्ष्मण, विनोद साहू, जीवाराम पटेल, चंद्रशेखर, रमेश आदि ने भी विचार व्यक्त किये।
गोष्टी के अंत में 26 नवंबर को उजाडीकरण के विरोध में जिला कलेक्टर उदयपुर को ज्ञापन देकर उजाड़ीकरण रोकने की मांग करने का भी निर्णय लिया गया।
जो हमे उजाड़ता है, हमे उन्हें उजाड़ना होगा।
“उजाडीकरण विरोध दिवस” मनाया गया।

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