उदयपुर। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शंकर एच बामनिया की अध्यक्षता में जिला कलेक्टर सभागार में फ्लोरोसिस मिटिगेशन कमिटी की त्रैमासिक बैठक आयोजित की गई जिसमें पीएचइडी ,जल विकास एवं मृदा संरक्षण,आई सी डी एस ,कृषि विभाग, शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ शंकर एच बामनिया ने सभी विभागों से अब तक की प्रगति के बारे में पूछा। जल विकास एवं मृदा संरक्षण विभाग से अवगत कराया गया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत 95 पंचायत समितियों में स्वीकृत जल संग्रहण परियोजना में जल संरक्षण एवं पौधारोपण का कार्य करवाया गया है। वर्षा जल संग्रहण हेतु पक्के चेकडैम और एनीकेट का निर्माण कार्य किया गया।
महिला एवं बाल विकास विभाग से अवगत कराया गया कि सभी आंगनवाड़ी केन्द्रो पर गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं, किशोरी बालिकाओं को फ्लोरोसिस के उपचार एवं बचाव के बारे में बताया जाता है।
शिक्षा विभाग ने बताया कि जिले में सभी विद्यालयों में विद्यार्थियों की फ्लोरोसिस की नियमित अंतराल से जांच की जाती है। डॉ प्रणव भावसार ने विद्यार्थियों को खट्टे फल जैसे संतरा, टमाटर, निम्बू, पपीता आदि का सेवन करने और हरी सब्जियों का सेवन करने की जानकारी दी गई है। पीएचइडी विभाग को निर्देश दिए गए कि फ्लोरोसिस प्रभावित क्षेत्रों में 80 प्रतिशत सार्वजनिक और 20 प्रतिशत घरेलू पानी के सैम्पल टेस्ट किए जाएं। कृषि विभाग ने अवगत कराया कि हर ग्राम पंचायत स्तर पर 30-30 महिलाओं को समूह में 484 प्रशिक्षण दिये गये और फ्लोरोसिस से बचाव की जानकारी दी गई। जिला फ्लोरोसिस सलाहकार सपना चौधरी ने बताया कि फ्लोरोसिस प्रभावित क्षेत्र मावली और भींडर क्षेत्र में कैम्प आयोजित किये जा रहें हैं।
Discover more from 24 News Update
Subscribe to get the latest posts sent to your email.