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जयपुर गैस टैंकर ब्लास्ट : आग के गोले में तब्दील हुई उदयपुर की लेकसिटी ट्रेवल्स बस, मैन गेट हो गया लॉक, कई सवारियां लापता, शोएब ने बताया उसका भाई कूदा और जल गए हाथ-पैर

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24 न्यूज़ अपडेट स्टेट डेस्क, जयपुर में अजमेर हाईवे पर सुबह हुए भीषण गैस टैंकर ब्लास्ट में उदयपुर से गई लेकसिटी ट्रावेल्स की बस में सवार कई लोग घायल हो गए। जिस टेंकरा में ब्लास्ट हुआ था उसके पीछे ही यह सब चल रही थी। स्लीपर कोच बस पूरी तरह से आग के गोले में तब्दील हो गई व जलकर राख हो गई। बस मालिक अब्दुल सलाम ने बताया कि बस में 32 सवारियां मौजूद थीं, 22 सवारियों से बात हो गयी हैं, इनमें कुछ मामूली रूप से झुलसे हैं, जबकि 10 सवारियों के मोबाइल स्वीचऑफ आ रहे हैं। बस चालक गंभीर रूप से झुलसा है।एसएमएस हॉस्पिटल में भी इन 10 सवारियों के बारे में पता करने का प्रयास कर रहे हैं कि ये कहां है। सवारियों के बारे में कुछ पता नहीं चला सका है, हमारे व्यक्ति एसएमएस हॉस्पिटल में है, वह सवारियों के बारे में पता करने का प्रयास कर रहा है। बताया जा रहाह ै कि यह बस रात करीब 9.30 बजे उदयपुर से जयपुर के लिए रवाना हुई। इसमें कुल 32 सवारियां थीं। ज्यादातर सवारियां उदयपुर की रहने वाली हैं। सुबह 6.30 जयपुर में पोलोविक्ट्री तक पहुंचना था लेकिन बस जयपुर में प्रवेश करते ही हासे का शिकार हो इर्ग। कुछ लोग जाग रहे थे क्योंकि उनको पहले के स्टेशन पर उतरना था। शोएब ने मीडिया को बताया कि हमारे घर में 1 जनवरी को शादी है। मेरा भाई उदयपुर से जयपुर आ रहा था। जैसे ही बस में आग लगी वो कुछ सेकेंड में बस से बाहर कूद गया, लेकिन फिर भी उसके दोनों हाथ और पैर बुरी तरह जल गए हैं। अब उसका इलाज जारी है। शिल्पा ने कहा कि पड़ोसी रमेश शर्मा और उनकी पत्नी नीर बाइक से जयपुर जा रहे थे। रास्ते में बदबू आने लगी और अचानक बाइक बंद हो गई। आग की चपेट में आ गए। रमेश का हेलमेट चेहरे पर चिपक गया था। आंखें तक जल गई हैं।
लोग कपड़े उतारकर भागे
हवा में तेजी से फैली गैस ने हादसे को भयावह कर दिया। आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि जब वे धमाका सुनकर बाहर निकले तो लोग इधर-उधर भाग रहे थे। कई लोग जलते हुए कपड़ों को उतारने की कोशिश कर रहे थे। मौके पर पहुंचे एक परिजन मोहन लाल ने बताया, “मदद करने के दौरान भी कई लोग गैस के कारण बेहोश हो गए। आग इतनी भीषण थी कि हम दूर हो गए। मौके पर क्या हुआ, कुछ पता ही नहीं चला। मेरा भी भांजा हरिलाल हादसे में झुलस गया। उसका इलाज चल रहा है।“ टैंकर फटने के बाद लगी आग की लपटें इतनी ऊंची थीं कि कई पक्षी तक जल गए। बस और ट्रक के साथ हाईवे पर कई गाड़ियां भी आग की चपेट में आईं हैं।घायलों के बीच एक ऐसी लाश भी हॉस्पिटल पहुंची जिसका केवल धड़ था। सिर और पैर गायब थे। दरअसल, शुक्रवार सुबह दिल्ली पब्लिक स्कूल के पास टैंकर और ट्रक की भीषण टक्कर में 11 लोग जिंदा जल गए। हादसे में 35 लोग झुलसे। करीब 8 घंटे बाद तक लोगों को घुटन व आंखों में जलन महसूस हो रही है।
जानिए कैसे हुआ हादसा
एलपीजी से भरा टैंकर अजमेर की तरफ से जयपुर आ रहा था। भांकरोटा में डीपीएस स्कूल के सामने से टैंकर यू-टर्न ले रहा था। जयपुर की ओर से आ रहे ट्रक ने गैस के टैंकर के नोजल में टक्कर मार दी। नोजल से करीब 18 टन गैस हवा में फैल गई और 200 मीटर का एरिया गैस का चैंबर बन गया। इसके कुछ सेकेंड बाद ही टैंकर में जोरदार धमाका हुआ और आसपास की गाड़ियों में आग फैल गई। गेल इंडिया के एक्सपर्ट ने बताया कि हादसा स्थल से करीब 100 मीटर दूर कच्चे तेल की पाइपलाइन भी है, लेकिन वो सेफ है।

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