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जबर्दस्त खुलासा : कर्जदारों से था परेशान, बीमा क्लेम के लिए भिखारी को ढूंढ कर लाए, सिर कुचला, शव के पास रखे खुद के डॉक्युमेंट, लेकिन पुलिस से नहीं बच पाए शातिर, पकड़े गए

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24 न्यूज अपडेट. बांसवाडा। स्वयं का बीमा क्लेम उठाने, कर्जा उतारने के इरादे से एक्सीडेन्ट बता एक अज्ञात व्यक्ति को लाकर ट्रेलर चढा कर रहस्यमयी हत्या करने की घटना का खुलासा हुआ हैं एक व्यक्ति ने स्वयं को मरा बताने के इरादे से अपने साथीयां के साथ मिलकर घटना को दिया अंजाम । साजिशकर्ता ने हत्या के बाद मृतक की पहचान छुपाने एवं स्वयं को मरा बताने के इरादे से लाश के पास छोडे स्वयं के दस्तावेज। पुलिस द्वारा दस्तावेजो के आधार पर शिनाख्तगी करने पर परिजनो ने शव लेने से किया इनकार जिस पर हुआ घटना का अंदेशा। घटना में एक बेसहारा अज्ञात व्यक्ति से दोस्ती कर बहला फुसला साथ ला शराब पीला बेसुध कर ट्रक चढ़ा कर की निर्मम हत्या। अज्ञात व्यक्ति की लाश की शिनाख्त के बाद हुआ पर्दाफाश घटना में प्रयुक्त ठेलर का चालक अभियुक्त व एक अन्य अभियुक्त गिरफ्तार एक अभियुक्त फरार जिसकी तलाश जारी है।
घटना का विवरण
1 दिसंबर को को थाना क्षेत्र के गांव ओर मोटी में हाईवे पर एक अज्ञात व्यक्ति की लाश पड़ी होने व एक्सीडेन्ट होने की सूचना पर मौके पर पहुंचने पर रोड के किनारे एक लाश विक्षत हालत में मिली। पास पडे बैग को चेक करने पर आधार कार्ड मिला जिस पर नरेन्द्रसिंह पिता मिटूसिह रावत निवासी अजमेर का एड्रेस लिखा पाया तथा बेग से मिले मोबाईल नम्बर पर सम्पर्क कर उक्त नरेन्द्रसिंह के परिजनों से वार्ता कर तलब किया गया। लाश को एमजीएच मोर्चरी बांसवाडा पर रखवाई गई। दिनाक 02.12.2024 को एमजीएच मोर्चरी उपस्थित आये नरेन्द्रसिंह के परिजनों को लाश व मृतक की लाश के पास से मिले दस्तावेज दिखाये तो परिजनों ने समस्त दस्तावेज नरेन्द्रसिंह के होना बताया मगर लाश को पहचानने से इनकार कर नरेन्द्रसिंह की लाश नहीं होना बता रवाना हो गये। परिजनो से नरेन्द्रसिंह के मोबाईल नम्बरो एवं अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां ली गई तो नरेन्द्रसिंह के खूब सारा कर्जा होना एवं गांव में बहुत कम आने की जानकारी मिली। उक्त घटना में नरेन्द्रसिंह के शामिल होने का पूर्ण अंदेशा हुआ मगर मृत व्यक्ति की लाश रहस्य बनी रही। घटना के खुलासे हेतु प्रयास घटना के खुलासे हेतु हर्षवर्धन अग्रवाला जिला पुलिस अधीक्षक बांसवाडा तथा अति. पुलिस अधीक्षक राजेश भारद्वाज के निर्देशन में वृत्ताधिकारी संदिपसिंह शक्तावत के नेतृत्व में देवीलाल थानाधिकारी सल्लोपाट व नागेन्द्रसिंह थानाधिकारी सज्जनगढ़ के साथ एक टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा घटना के खुलासे हेतु भरसक प्रयास किये गये मुखबिरी तन्त्र एवं साईबर सेल बांसवाडा के सहयोग से तकनीकी साक्ष्यों संकल कर गहनता से जांच की गई। प्रकरण की सफलता व घटना का खुलासा उपरोक्त प्रयासी से संज्ञान में आया कि घटना में मृतक की लाश के पास जिस व्यक्ति नरेन्द्रसिह के दस्तावेज मिले है उस व्यक्ति के उपर काफी सारा कर्जा है उसके द्वारा बीमे करया रखे है एवं हर महीने काफी किश्तें भरता है। नरेन्द्रसिंह के बारे में ओर जानकारी में आया कि यह व्यक्ति लगातार निम्बाहेडा, निकुम्भ चौराहा, आसावरा, गरदाना गांव एवं इस ईलाके के आस पास ही रहता है जिस पर पुलिस द्वारा उक्त स्थानो पर पहुंच दो तीन दिन कर डेरा डाल कर मुखबिरों को सक्रिय किया गया एवं तकनीकी सहारा लिया गया तो नरेन्द्रसिह का गांव गरदाना में एक खास व्यक्ति जो विकलांग है एवं भिख मांग कर खाता है इस प्रकार के व्यक्ति के दोस्ती होना ज्ञात आया। जिस पर पुलिस टिम द्वारा उक्त व्यक्ति का नाम भैरूलाल पिता पृथ्वीराज नायक निवासी गरदाना थाना निकुम्म जिला चित्तोडगढ़ का होना ज्ञात आया जिस तक पहुंचे तो उक्त व्यक्ति ने पहले तो साथ साथ भीख मांगने का कार्य करने एवं अन्य कारणो ंका हवाला दे दोस्ती होना बताया मगर सख्ती एवं मनोवैज्ञानीक तरीको ंसे पुछताछ करने पर उक्त भैरूलाल टूट गया एवं पुरा घटनाक्रम बता दिया कि नरेन्द्रसिंह पिता मिटूसिंह जाति रावत निवासी गुवारडी अजमेर को वह रामदेवरा मेले में मिला तथा यहा से दोस्ती कर ली तथा उसके बाद नरेन्द्रसिंह घर पर भी आने जाने लगा रामदेवरा मेले में नरेन्द्रसिंह ने मैरूसिंह को बताया कि मेरे खुब सारा कर्जा हो गया है एवं मैंने बीमे भी करवा रखे हैं तो एक बिना दस्तावेज वाला तथा जिसका कोई नहीं हो ऐसा व्यक्ति कुंदने में मदद करो उसको एक्सीडेन्ट में मरवा कर मेरा नाम से बता देंगे मैं गायब हो जाउंगा एवं जो रूपया पैसा मिलेगा बांट लेंगे इस प्रकार की बाते हुई। इन्ही बातों के आधार पर 20 नवंबर को नरेन्द्रसिंह एक कचरा पन्नी बिनने वाले व्यक्ति को रामदेवरा से साथ लेकर भैरूलाल नायक के पास आ गया जिसका नाम तोफान होना बताया तथा नरेन्द्रसिंह ने भैरूलाल को एक ट्रक ड्राईवर तैयार करने हेतु कहा। भैरूलाल पूर्व में ढक चालक रहा हुआ होने से उसने उसके पुराने मित्र ईब्राहीम से सम्पर्क किया एवं उससे घटना करने के संबन्ध में बात कही तो ईब्राहीम ट्रेलर लेकर गुजरात तरफ गया हुआ होने से नरेन्द्रसिह व भैरूलाल साथ लाये हुए व्यक्ति तोफान को साथ लेकर शराब पीते पिलाते घूमते रहे। दिनांक 30 नवंबर को ईब्राहीम ट्रेलर लेकर नरेन्द्रसिंह व भैरूलाल के बताये स्थान लक्ष्मीपुरा निम्बाहेडा में एक होटल पर आ गया वहा पर तोफान को साईड में कर इन तीनों ने मिलकर घटना का प्लान तैयार किया एवं आपस मे लेने का सौदा भी तय कर लिया जिसमें नरेन्द्रसिंह ने भैरूलाल को 85 हजार रूपये व ड्राईवर ईब्राहीम को 65 हजार रूपये देने का सौदा किया। इसके बाद यह तीनों व्यक्ति घटना से अनजान तोफान को गुजरात में कोई काम धंधा करने की बात कह कर साथ लेकर ट्रेलर में बैठा कर गुजरात तरफ जाने चल दिये। रास्ते मे होटल ढाबो पर रुकते हुए इन लोगां ने तोफान को शराब पिलाते हुए लाये। कलिंजरा के समीप पहुंच गाडी रोक तोफान को नरेन्द्रसिह द्वारा कहा गया कि आगे राजस्थान सीमा समाप्त होने वाली है। जितनी शराब पीनी हो पी ले जिस पर पहले से ही नशे में धुत्त तोफान ने बिना पानी मिलाया हुआ देशी शराब करीब 06-07 क्वाटर पी लिये जो निढाल हो गया उसको उक्त तीनो व्यक्ति गाडी मे डाल लेकर चल दिये तथा अनास चौकी थाना सल्लोपाट क्षेत्र में मोजा झेर मोटी मे जंगल मे सुनसान स्थान पर गाडी रोक कर बेसुध पडे तोफान को तीचे उतारा व सिमेंट से भरे ट्रेलर के टायरो के निचे डाल गाडी उपर चढा निर्मम हत्या कर दी। बाद आगे लीमडी तक जाकर ट्रेलर चाकल ईब्राहीम आगे रवाना हो गया तथा नरेन्द्रसिंह व भैरूलाल वापस रोडवेज बस मे बैठ लाश को देखते हुए वापस चले गये एवं भैरूलाल के घर जाकर रूके वहा से नरेन्द्रसिंह को पुलिस की भनक लगने से पुलिस के पहुंचने से पहले ही फरार हो गया। भैरूलाल द्वारा अपने मोबाईल फोन से एक बार मृतक तोफान द्वारा अपनी बहन को कॉल कर बात करने की बात बताने पर उस नम्बर पर सम्पर्क करने पर मृतक तोफान की बहन श्यामा पत्नी रामेश्वरलाल बैरवा निवासी फतेहपुर थाना मोडक जिला कोटा से बात हुई एवं उसके द्वारा मृतक के हाथ पर गुदे हुए नाम तोफान संग टिना बाई से अपने भाई होना शिनाख्त किया साथ ही। घटना से पूर्व अपने भाई का भैरूलाल व नरेन्द्रसिंह के साथ होना उसको जानकारी में होना भी बताया उसके द्वारा भी घटना पर हत्या का अंदेशा जता बताया गया कि मेरा भाई इन दोनो के साथ गुजरात जाने निकल रहा है। यह बात कॉल पर बताई थी। मृतक का पूर्ण नाम पता तोफान पिता राधेश्याम बैरवा निवासी फतेहपुर थाना मोडक जिला कोटा का होना शिनाख्त हुआ। प्रकरण में भैरूलाल को पूर्व में डिटेन किया जा चुका है जिसको आज बाद पुछताछ गिरफ्तार किया गया एवं अभियुक्त ईब्राहीम खान को भी मुखबिरी सूचना पर गिरफ्तार किया गया।
प्रकरण में गिरफ्तारी :- – भैरूलाल पिता पृथवीराज नायक निवासी गरदाना थाना निकुम्भ जिला चित्तोडगढ 1 2- ईब्राहीम पिता अब्दुल खान जाति मुसलमान निवासी आकोला खूर्द थाना मण्डफीया जिला चित्तोडगढ

घटना का खुलासा कर अभियुक्त गिरफ्तार करने वाली टीम के सदस्य :- 1- श्री देवीलाल उ.नि. थानाधिकारी सल्लोपाट 2- श्री नागेन्द्रसिंह थानाधिकारी सज्जनगढ 3- श्री मगनलाल स.उ.नि. थाना सल्लोपाट (घटना के खुलासे मे विशेष भुमिका) 4- श्री प्रवीणसिंह स.उ.नि. साईबर सेल बांसवाडा 4- श्री रामसिंह हैड कानि.न. 300 थाना सल्लोपाट 5- श्री जगपालसिंह कानि.न. 1061 थाना सल्लोपाट 6- श्री धर्मेन्द्रसिंह हैड कानि.न. 791 थाना सल्लोपाट – श्री गणेश कानि.न. 823 थाना सल्लोपाट (घटना के खुलासे मे विशेष भुमिका) 7 9- श्री शैतानराम कानि.न. 220 थाना सल्लोपाट 10- श्री यूवराज कानि.न. 917 थाना सल्लोपाट 11- श्री मोहित कानि.न. 218 साईबर सेल बांसवाडा 12- श्री धीरज कानि.न. 344 साईबर सेल बांसवाडा

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