24 न्यूज़ अपडेट. उदयपुर। गीता जयंती आयोजन समिति द्वारा सेक्टर 3 स्थित एमडीएस सीनियर सेकेंडरी स्कूल में गीता ज्ञान व्याख्यान सत्र का आयोजन किया गया। मीडिया प्रभारी नरेश पूर्बिया ने बताया कि कार्यक्रम में मोटिवेशनल स्पीकर आशीष सिंहल, डॉ. शीतल जोशी और नवनीत भट्ट मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे।
आशीष सिंहल ने गीता के ज्ञान से तनाव प्रबंधन के उपायों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि तनाव पर विजय पाने में श्रीमद्भगवद्गीता ज्ञान से श्रेष्ठ कुछ भी नहीं है। जब व्यक्ति निष्काम भाव से जीवन जीता है और योगस्थ होकर अपने कर्तव्यों का पालन करता है, तब उसे तनाव से मुक्ति मिलती है। उन्होंने गीता के अध्याय 6 (आत्मसंयम योग) का उल्लेख करते हुए बताया कि मन पर नियंत्रण, प्राणायाम और ध्यान के माध्यम से व्यक्ति जीवन की सभी समस्याओं का समाधान कर सकता है और शांति, प्रसन्नता तथा सफलता प्राप्त कर सकता है।
डॉ. शीतल जोशी ने विद्यार्थियों को श्रीमद्भगवद्गीता का परिचय दिया और उन्हें अर्जुन की तरह प्रतिभाशाली बतलाते हुए कहा कि गीता के ज्ञान से वे अपने सभी प्रकार के संदेहों से पार पा सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को विशेष ध्यान योग का अभ्यास भी करवाया।
नवनीत भट्ट ने गीता गीत और कृष्ण प्रार्थना के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रेरित किया। उन्होंने गीता के संदेश से जीवन में निरंतर प्रयास करने और सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम के अंत में गीता जयंती आयोजन समिति की ओर से विद्यालय प्रशासन को श्रीमद्भगवद्गीता की एक प्रति भेंट की गई। विद्यालय की ओर से प्रभारी स्वप्निल शर्मा ने वक्ताओं का आभार व्यक्त किया।
गीता ज्ञान व्याख्यान माला का एक और सत्र एमडीएस स्कूल के प्रताप नगर केंद्र में पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी और गीता मनीषी जगदीश पालीवाल की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। उन्होंने गीता पर व्याख्यान देते हुए कहा कि प्रतिकूलता से रहित जीवन की हम कल्पना नहीं कर सकते और प्रतिकूलताओं में संतुलित व्यवहार करने में हमें गीता का ज्ञान बहुत मदद करता है। यह बहुत महत्वपूर्ण है कि अर्जुन के मार्गदर्शक श्रीकृष्ण थे, परंतु दुर्योधन के मार्गदर्शक शकुनी थे। गीता के ज्ञान से भगवान श्रीकृष्ण समस्त ब्रह्मांड का संचालन करते हैं। वही गीता का ज्ञान हमारे जीवन को उन्नत बनाए, इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए। गीता के ज्ञान को प्राप्त कर अर्जुन ने प्रेय के स्थान पर श्रेय को महत्व दिया। गीता का स्वाध्याय एवं मनन आध्यात्मिक बुद्धि लब्धि को उन्नत कर देवत्व की ओर ले जाता है।
सत्र में विश्व हिंदू परिषद गौ रक्षा समिति के अध्यक्ष संपतलाल महेश्वरी ने भी विद्यार्थियों को मार्गदर्शन दिया। आभार संस्थान की ट्रस्टी पुष्पा सोमानी ने ज्ञापित किया।
समिति द्वारा मोक्षदा एकादशी के उपलक्ष में नगर स्तर पर गीता जयंती महोत्सव का आयोजन आज रविवार 8 दिसंबर को प्रातः 11:00 बजे निंबार्क शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, सूरजपोल में अस्थल मंदिर के महंत रासबिहारी जी महाराज के सानिध्य में सनातन पाठशाला उदयपुर, गीता परिवार उदयपुर, संस्कृत भारती, सर्व ब्राह्मण एकता परिषद, विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में मनाया जा रहा है।
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