24 न्यूज अपडेट.चंडीगढ़/नेशनल डेस्क। हिंमाचल प्रदेश की मंडी सीट से सांसद चुनी गईं एक्टर कंगना रनोट को थप्पड़ मारने की घटना ने तूल पकड़ लिया है। सीआईएसएफ की लेडी कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर जिसने कंगना को थप्पड़ मारा था वो अब तक सस्पेंड हो गई है। इधर, पंजाब और हरियाणा में कांस्टेबल कुलविंदर को व्यापक समर्थन मिल रहा हैं। थप्पड़ कांड को पंजाबी अस्मिता से जोड़ कर देखा जा रहा है। कंगना के पंजाब में आतंकवाद बढ़ने के बयान का भी विरोध किया जा रहा हैं किसान संगठन कुलविंदर के समर्थन में आ गए हैं। किसान नेता सरवण पंधेर ने आरोप लगाया कि कंगना का डोप टेस्ट होना चाहिए। पंधेर ने यह भी दावा किया कि कुलविंदर के बच्चों को गायब कर दिया गया है। सरकार इसकी जानकारी दे नहीं तो विरोध-प्रदर्शन करेंगे। चंडीगढ़ में किसान नेता जगजीत डल्लेवाल और पंधेर ने कहा कि वे डीजीपी गौरव यादव से मिलेंगे। 9 जून को मोहाली में इकट्ठा होकर इंसाफ मार्च निकाला जाएगा। इधर, बडा डवलपमेंट यह हुआ है कि सिखों की सर्वोच्च संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी ) भी कॉन्स्टेबल के सपोर्ट में आ गई है। प्रधान हरजिंदर धामी ने बयान दिया कि कंगना अपनी जुबान से आतंकवाद फैला रही हैं। इधर, कपूरथला में कुलविंदर कौर के माता-पिता को सिख संगठन सम्मानित कर रहे है। कपूरथला में कुलविंदर कौर के माता-पिता को सम्मानित करते सिख संगठन। दिल्ली में किसान आंदोलन के वक्त कंगना ने 27 नवंबर 2020 को एक सोशल मीडिया पोस्ट की। जिसमें कंगना रनोट ने रात 10 बजे एक महिला का फोटो पोस्ट करते हुए लिखा था कि किसानों के प्रदर्शन में शामिल हुई यह महिला वही मशहूर बिलकिस दादी है, जो शाहीन बाग के प्रदर्शन में थी। जो 100 रुपए लेकर उपलब्ध है। कंगना ने जिस महिला की तस्वीर पोस्ट की, वह पंजाब में मानसा की किसान मोहिंदर कौर थीं। कंगना को बिलकिस बानो और मोहिंदर कौर को पहचानने में गलती हुई। हालांकि कंगना ने बाद में यह पोस्ट डिलीट कर दी लेकिन तब तक इसके स्क्रीनशॉट वायरल हो चुके थे। इसके बाद किसान मोहिंदर कौर ने कोर्ट में भी मानहानि का केस कर दिया। जिसकी सुनवाई चल रही है।
इधर, राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि इस मामले में उन्होंने अफसरों से बात की है। एयरपोर्ट पर सुरक्षा के लिए जिम्मेदार लोग खुद ही सुरक्षा का उल्लंघन कर रहे हैं। सोशल मीडिया की बात करें तो पंजाब में किसान आंदोलन समर्थक कंगना को ट्रोल कर रहे हैं। गाने तक बना दिए गए हैं। सिख संगठन इसे सीआईएसएफ कॉन्स्टेबल को बहादुरी बताया है। उनका कहना है कि पंजाब की महिलाओं पर गलत टिप्पणी करने वाली को थप्पड़ मार कर उनकी बेटी ने नाम रोशन किया है। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व सहायक अटर्नी जनरल दविंदर प्रताप सिंह ने कहा कि वे कुलविंदर कौर को फ्री में कानूनी सहायता देने को तैयार हैं। इस घटना पर कंगना ने भी चुप्पी साध ली है। दिल्ली में सवाल पूछने की कोशिश हुई तो उन्होंने माइक हटा दिया।
कौन है कुलविंदर कौर?
कंगना को थप्पड़ मारने वाली कुलविंदर कौर पंजाब के कपूरथला की रहने वाली हैं। शादी लगभग 6 साल पहले जम्मू में हुई थी। उनके पति भी सीआईएसएफ में हैं। कुलविंदर के 2 बच्चे हैं। 6 से 7 साल की बेटी और बेटा 5 से 6 साल का है। ढाई साल से वे चंडीगढ़ में तैनात थीं। बड़े भाई शेर सिंह ने कहा कि सिक्योरिटी को लेकर यह घटना घटी है। कुलविंदर की स्कैनर पर ड्यूटी थी, जहां बैग, पर्स, मोबाइल चेक होते हैं। यहां कंगना ने बोला कि वे एमपी हैं। कुलविंदर का जवाब था, हम जानते हैं। इसे लेकर दोनों के बीच तू-तू, मैं-मैं हो गईं। हमें पता है, कंगना बहुत उल्टे-सीधे जवाब देती रही हैं। मां-बहनों को टके और दिहाड़ी पर आने वाली बोलती रही हैं। जबकि, हम सारे देश की लड़ाई लड़ रहे हैं। जो घटना हुई, उसमें तल्खी होना स्वाभाविक है। ऐसी तल्खी में जो उनकी बहन ने किया, परिवार उसके साथ है।
कंगना को थप्पड़ मारने वाली कुलविंदर के समर्थन में एसजीपीसी और सिख संगठन, माता-पिता का स्वागत, कंगना के डोप टेस्ट की मांग, परसों मोहाली में इंसाफ मार्च

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