24 न्यूज अपडेट, जोधपुर: जोधपुर के ओसियां के पास खिंदाकोर देवराज नगर में बुधवार सुबह एक मार्मिक और भयावह घटना घटी। जहां एक ओर गांव एक युवा की असामयिक मृत्यु के शोक में डूबा था, वहीं दूसरी ओर अंतिम संस्कार के दौरान प्रकृति का अप्रत्याशित प्रकोप देखने को मिला। मृतक देवीसिंह (21), जिसकी मौत गर्मी के कारण हुई थी, के अंतिम संस्कार के लिए जब ग्रामीण श्मशान घाट पहुंचे, तो वहां से उठे धुएं ने पास ही के मधुमक्खियों के छत्ते को उत्तेजित कर दिया। देखते ही देखते, शांतिपूर्ण माहौल चीखों और भगदड़ में बदल गया। धुएं से बौखलाई मधुमक्खियों के झुंड ने अंतिम संस्कार में शामिल लोगों पर धावा बोल दिया। श्मशान घाट पर अफरा-तफरी मच गई, और लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। इस अप्रत्याशित हमले में कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
इस संकट की घड़ी में, कुछ ग्रामीणों ने अपनी सूझबूझ और साहस का परिचय दिया। उन्होंने मधुमक्खियों के हमले से बचने के लिए मच्छरदानियों और पॉलिथीन शीट का सहारा लिया। जो लोग पास के बाबा रामदेव मंदिर में शरण लेने में कामयाब रहे, वहां मौजूद नर्सिंगकर्मी अशोक ने तुरंत मच्छरदानियां उपलब्ध कराईं, जिसके घेरे में रहकर लोगों ने खुद को बचाया।
इस खौफनाक हमले में धनेसिह राठौड़, हरिसिंह राठौड़, आईदानसिंह भाटी समेत कई ग्रामीणों को मधुमक्खियों ने बुरी तरह काटा, जिसके कारण उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाना पड़ा। श्मशान घाट पर लगभग दो घंटे तक अराजकता का माहौल बना रहा, जब तक कि मधुमक्खियों का झुंड शांत नहीं हो गया।
दो घंटे की दहशत के बाद, जब स्थिति कुछ सामान्य हुई, तो ग्रामीणों ने हिम्मत जुटाकर वापस श्मशान घाट पहुंचे और मृतक देवीसिंह के शव के पास कुछ दूरी पर अंत्येष्टि की व्यवस्था की। भारी मन और डर के साए में आखिरकार युवा देवीसिंह का अंतिम संस्कार संपन्न हुआ।
अंतिम संस्कार के धुएं का कहर, मधुमक्खियों का जानलेवा हमला, मच्छरदानियों के सुरक्षा चक्र में हुई विदाई

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