
24 न्यूज अपडेट, उदयपुर। विद्या भारती जनजाति समिति राजस्थान के पूर्ण कालिक कार्यकर्त्ताओ का सात दिवसीय व्यक्तित्व विकास आवासीय प्रशिक्षण विद्या निकेतन उच्च माध्यमिक विद्यालय सेक्टर- 4 उदयपुर में चल रहा है। जिसमे बांसवाडा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, उदयपुर व सिरोही जिलों से 80 कार्यकर्ता प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है।शिविर के तीसरे दिन भील समाज उदयपुर के अध्यक्ष देवीलाल दाणा, प्रोफेसर डॉ अजित कुमार भाभोर ,प्रभात आमेटा प्रान्त संस्कार केंद्र प्रमुख व नारायण गमेती सचिव विद्या भारती जनजाति समिति राजस्थान ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित किया। 31 जुलाई रात्रि से प्रारम्भ हुआ शिविर में प्रातः 5बजे जागरण से रात्रि 10.30 बजे दीप मिलीलन तक योगाभ्यास, प्रातः स्मरण, वैचारिक प्रबोधन, गीत वंदना अभ्यास, नई तकनिक का प्रशिक्षण, शारीरिक अभ्यास,संध्या वंदन व रात्रि कार्यक्रम मे प्रश्न मंच, अंतराक्षरी, भजन कीर्तन, प्रतिभा प्रकटिकरण आदि का आयोजन किया जाता है। इसके उद्घाटन सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक मुरलीधर जी रहे एवं प्रारंभ की व्यवस्था निमित्त बैठक में विद्या भारती चित्तौड़ प्रांत के सचिव मानेंग जी पटेल रहे। वर्ग में विभिन्न विषयो को लेने के लिए प्रतिदिन विषय विषयज्ञ का सानिध्य प्राप्त होता है। जनजाति महापुरुषों का धर्म व राष्ट्रहित में भूमिका, समाचार लेखन व कानूनी जानकारी, वंदना अभ्यास हेतु क्रमशः प्रभुलाल कटारा, डॉ भारत भूषण , दीपक जी शुक्ला व राजेश चौबीसा का पाथेय प्राप्त हुआ। आज के बौद्धिक सत्र में संस्कार केंद्र की भूमिका रखते हुए वक्ता प्रभात आमेटा ने बताया की भैया, बाहनों को शिक्षा के साथ संस्कार,चिकित्सा,स्वच्छता, पर्यावरण,जीवन मूल्यों, देश भक्ति, भौगोलिक स्थिति आदि की शिक्षा दी जाती है। ताकि आगे जाकर समाज का ठीक प्रकार से नेतृत्व कर सके। अतिथि स्वागत भजन मंडली प्रमुखओं द्वारा, परिचय सह सचिव कल्पेश द्वारा व संचालन विभाग प्रमुख दिनेश द्वारा किया गया। यह जानकारी विभाग भजन मंडली प्रमुख भावजी भाई द्वारा दी गई।
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