24 न्यूज अपडेट. उदयपुर। राजस्थान उपचुनाव की सातों सीटों का परिणाम आ गए हैं। 5 सीटों (झुंझुनूं, खींवसर, देवली-उनियारा, सलूंबर, रामगढ़) पर भाजपा का भगवा परचम लहराया है। एक सीट (चौरासी) पर बाप ने जीत दर्ज की है। दौसा में कांग्रेस के दीनदयाल बैरवा से किरोड़ीलाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा माता खा गए। यहां री काउंटिंग की मांग हो रही है। खींवसर में हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल हर गई। भाजपा के रेवंतराम डांगा ने उनको 13 हजार से ज्यादा वोटों से मात दी। इसी तरह, सलूंबर विधानसभा क्षेत्र के आखिरी राउंड में बाजी पलट गई। जबर्दस्त सस्पेंस के बीच यहां पर भाजपा की शांता मीणा ने जीत दर्ज की जो दिंवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी हैं। उन्होंने बाप के जितेश कुमार कटारा को शिकस्त दी है। झुंझुनूं विधानसभा सीट से भाजपा के राजेंद्र भांबू, देवली-उनियारा में भाजपा के राजेंद्र गुर्जर, रामगढ़ से भाजपा प्रत्याशी सुखवंत सिंह ने जीत दर्ज की है। चौरासी विधानसभा सीट से भारतीय आदिवासी पार्टी के अनिल कुमार कटारा ने बाजी मारी मगर भाजपा ने जोरदार टक्कर दी। जिन 7 सीटों पर उपचुनाव हुए हैं, उनमें से एक भाजपा, एक बीएपी, एक हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी और 4 कांग्रेस के पास थी। पांच सीटों पर विधायकों के सांसद बनने और दो पर विधायकों के निधन की वजह से उपचुनाव हुए हैं। झुंझुनूं सीट कांग्रेस के पास 21 साल से थी व यहां पर 21 साल बाद पार्टी ने हार का स्वाद चखा है। इससे पहले 2003 में सुमित्रा सिंह यहां से जीती थीं। इसके बाद से यह सीट कांग्रेस के कब्जे में थी। यह झुंझुनूं के इतिहास की सबसे बड़ी जीत है। खींवसर में आरएलपी और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली। आरएलपी से हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल चुनाव होर गई। अब आरएलपी का राजस्थान से सफाया हो गया है। दौसा से मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा हार गए हैं। किरोड़ी ने लोकसभा चुनाव में भी भाई को टिकट दिलाने की कोशिश की थी। थप्पड़ कांड से चर्चा में आई देवली-उनियारा सीट पर निर्दलीय नरेश मीणा दूसरे और कांग्रेस के केसी मीणा तीसरे नंबर पर रहे।
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