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बांसवाड़ा बना एग्जाम डमी अभ्यारण्य : पेपरलीक से वनरक्षक बने तीन जने गिरफ्तार, 8-8 लाख रुपए में बिका था का पेपर

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24 न्यूज अपडेट. बांसवाड़ा। वनरक्षक भर्ती-2020 में पेपरलीक में तीन अभ्यर्थियों को पकडा गया। 8-8 लाख रुपए में परीक्षा से केवल 3 घंटे पहले पेपर मोबाइल पर लीक किया था। आज सुबह 3 बजे पुलिस ने मामले में 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।बांसवाडा के एसपी एसपी हर्षवर्धन अगरवाला ने बताया-एडिशनल एसपी लीव रिजर्व पुलिस लाइन धनफुल मीणा ने सज्जनगढ़ थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। जांच के दौरान 28 जून को प्रवीण मालवीया (35) को गिरफ्तार किया था। प्रवीण ने 8-8 लाख रुपए में पति-पत्नी समेत तीन लोगों को पेपर दिया था। प्रवीण वर्तमान में बांसवाड़ा शहर के शास्त्री नगर में रहता है। प्रवीण ने पुलिस को बताया- परीक्षा 13 नवंबर 2022 को दो पारियों में हुई थी। इससे एक दिन पहले 12 नवंबर को ग्राम विकास अधिकारी सकन सिंह खडिया ने वॉट्सऐप कॉल कर बताया कि वनरक्षक भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी जो 8 लाख रुपए दे सकें उन्हें अपने पास बुला लो। ग्राम विकास अधिकारी ने बताया था कि मेरे परिचित गुडामलानी बाड़मेर निवासी हरीश उर्फ हीराराम सारण और डूंगरपुर के चिखली निवासी अभिमन्यु सिंह चौहान पेपर लेकर आएंगे। प्रवीण ने अपने परिचितों और रिश्तेदारों को सूचना दी। उसने 8 लाख देकर पेपर लेने वालों को बांसवाड़ा अपने घर बुला लिया था। अगले दिन सुबह 7 बजे ग्राम विकास अधिकारी सकन खडिया ने कॉल किया। प्रवीण से कहा- जिन अभ्यर्थियों का पहली पारी में पेपर हैं, उन्हें उदयपुर रोड स्थित होटल ब्लू मून में लेकर आ जाओ। प्रवीण अपनी पत्नी सविता (उच्च माध्यमिक विद्यालय सेनावासा में कार्यरत) और बगायचा निवासी निरमा पत्नी सुखराम डामोर को लेकर होटल पहुंचा। वहां उसने निरमा को छोड़ दिया। सुभाष डिंडोर, सुखराम डामोर पहले से वहां मौजूद थे। कुछ देर बाद वहां भीलकुंआ निवासी छगन पारगी और हीराराम सारण कार लेकर आए। वे निरमा अहिंसापुरी कॉलोनी में एक मकान में ले गए। प्रवीण ने बताया कि वहां और कितने लोग थे, इसकी जानकारी नहीं है। उस घर में दलालों ने पहली पारी का पेपर सॉल्व कराया।
दोनों पारियों का पेपर किया था लीक
प्रवीण ने बताया- 13 नवंबर को सुबह 9 बजे सकन खडिया का दोबारा कॉल आया। उसने बताया कि पहली पारी का पेपर हल करवा दिया है। अब हीराराम और अभिमन्यु सिंह गोविंद गुरु कॉलेज के पास स्थित पेट्रोल पंप पर अपनी कार लेकर खड़े हैं। उसने कहा- अब दूसरी पारी के पेपर देने वाले अभ्यर्थी और हम सब आपके घर आएंगे। प्रवीण अपने घर से सीधा पेट्रोल पंप पहुंचा और हीराराम और अभिमन्यु को लेकर घर लौटा। घर पर सकन खडिया अभ्यर्थियों को लेकर पहुंचा। इसके बाद दलाल और कैंडिडेट ऊपर के कमरे में चले गए। कमरे में हीराराम ने अपने मोबाइल से पेपर देख-देखकर कैंडिडेट्स को हल करवाया। प्रवीण ने पूछताछ में बताया- यह पेपर कहां से आया, यह हीराराम, अभिमन्यु और सकन खडिया ही बता सकते हैं। मुझे सिर्फ इतना पता है कि दोनों पारियों का पेपर हल कराया गया था। प्रवीण ने बताया- पेपर लीक करने के बाद मेरे घर पर हीराराम, अभिमन्यु और सकन खडिया की मौजूदगी में हर कैंडिडेट्स से 8-8 लाख रुपए में सौदा तय हुआ। सभी ने खाना खाया और बाद में सकन खडिया ने हीराराम को खर्च के लिए 25 हजार रुपए दिए। दिनभर साथ रहने के बाद सकन खडिया अपने घर चला गया। हीराराम और अभिमन्यु प्रवीण के घर ही रात को रुके। 14 नवंबर को सुबह 6 बजे अभिमन्यु ने कहा कि हम मेरे घर डूंगरपुर जा रहे हैं। कुछ देर बाद सकन खडिया का कॉल आया। कहा- तुम्हारे कैंडिडेट्स से रुपए कलेक्ट कर लो, मुझे हीराराम और अभिमन्यु को देने हैं।
पेपरलीक से तीन लोगों को मिली नौकरी
प्रवीण ने पूछताछ में बताया- तीनों कैंडिडेट्स सुभाष डिंडोर, सुखराम डामोर और उसकी पत्नी निरमा डामोर का चयन हो गया और नियुक्ति भी मिल चुकी है। इस पूरे प्रकरण में आरोपी प्रवीण मालवीया निवासी शास्त्री नगर, सकन खडिया, हीराराम निवासी बाड़मेर, अभिमन्यु सिंह निवासी चिखली डूंगरपुर, ईश्वर पणदा निवासी मगरदा कुशलगढ़, शीला पत्नी ईश्वर पणदा निवासी मगरदा, शिल्पा पुत्री कन्हैयालाल कटारा निवासी नवागांव, विनेश गरासिया निवासी नवागांव, बगायचा निवासी सुखराम, मोर गांव निवासी विनेश गरासिया, कोठारिया गांव निवासी सुभाष डिंडोर, इटाला गांव निवासी राजेंद्र डोडियार, बगायचा गांव निवासी निरमा पत्नी सुखराम, बांसवाड़ा शहर निवासी सविता पत्नी प्रवीण और भीलकुंआ निवासी छगन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

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