24 न्यूज अपडेट उदयपुर, 30 मई। प्रदेश को हरा भरा बनाने के संकल्प के साथ आगामी जुलाई माह में प्रस्तावित पौधरोपण अभियान को सफल बनाने के लिए तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं। इसी कड़ी में जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल ने शुक्रवार को जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर अभियान की कार्ययोजना को लेकर दिशा-निर्देश दिए।
प्रारंभ में नोडल अधिकारी व सीईओ जिला परिषद कीर्ति राठौड़ ने उदयपुर जिले में पौधरोपण अभियान की तैयारियों, विभाग वार आवंटित लक्ष्य आदि की जानकारी दी। जिला कलक्टर ने विभागवार लक्ष्य प्राप्ति को लेकर की जा रही तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि नैसर्गिंक समृद्धता उदयपुर की पहचान है। इसी का आनंद लेने के लिए देश-विदेश से पर्यटक उदयपुर आते हैं। आबादी विस्तार के साथ प्राकृतिक संपदा में कमी भी आई है, इसके दुष्परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। पौधरोपण अभियान उदयपुर की उसी नैसर्गिंक सुंदरता को द्विगुणित करने का अच्छा अवसर है। उन्होंने अभियान को पूर्ण गंभीरता से लेते हुए अधिकाधिक पौधरोपण करने तथा उन पौधों को जीवित रखने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उदयपुर से झाडोल तक फैली पहाड़ियों पर सघन पौधरोपण की कार्ययोजना तैयार कर उस पर काम किए जाने के निर्देश दिए। साथ ही प्रत्येक ब्लॉक में 3-3 ऐसे स्थल चिन्हित करने के निर्देश दिए, जिन्हें मॉडल के रूप में विकसित किया जा सके। जिला शिक्षाधिकारी को स्कूल भवनों में पौधरोपण कराने तथा अभिभावकों को पौधे वितरित किए जाने के टाइमफ्रेम कार्यक्रम के संबंध में दिशा-निर्देश दिए। बैठक में उप वन संरक्षक मुकेश सैनी, अजय चित्तौड़ा, एसई वाटरशेड अतुलकुमार सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारीगण मौजूद रहे। वहीं सभी विकास अधिकारी, तहसीलदार, क्षेत्रीय वन अधिकारी आदि वीसी के माध्मय से जुड़े।
पौधरोपण अभियानः हर ब्लॉक में तीन-तीन मॉडल स्थल विकसित करने के निर्देशजिला कलक्टर ने वीडियो कांफ्रेन्स के माध्यम से ली बैठक

Advertisements
