24 न्यूज अपडेट, उदयपुर। निगम ने पिछोला झील में बोट संचालन का करार खत्म कर नया करार कर लिया है। डीजल वाले करार से भी नया इलेक्ट्रिक व सोलर नावों वाला करार लगभग दुगुना राजस्व देगा। महापौर ने न्यायालय के आदेश पर यह फैसला किया है। माहापौर जीएस टांक ने बताया कि पिछोला झील में नगर निगम की अनुज्ञा पर वर्तमान में 18 वोट संचालित की जा रही है। जिसकी निगम से करार अवधि बुधवार तक थी। राजस्थान उच्च न्यायालय ने निगम को पिछोला झील में सोलर/बैटरी संचालित नाव के संचालन का निर्देश जारी किया, उसी की पालना में करार को आगे नहीं बढ़ाने का निर्णय लिया। नए निविदादाता द्वारा जल्द ही सोलर एवं बैटरी से चलने वाली नाव का पिछोला झील में संचालन किया जाएगा। इसको लेकर नगर निगम द्वारा पहले से ही प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई थी। निविदा प्रक्रिया में चयनित फर्म को कार्य आदेश भी जारी किए जा चुके हैं। फर्म द्वारा नाव संचालन हेतु आवश्यक दस्तावेज की पूर्ति की कार्यवाही के पश्चात पिछोला झील में नाव का संचालन प्रारंभ कर दिया जाएगा। निगम महापौर गोविंद सिंह टाक ने बताया कि पहले नगर निगम को पिछोला झील में नाव संचालन से 3 करोड़ 51 लाख रुपए का राजस्व प्रतिवर्ष प्राप्त हो रहा था। नई निविदा में राशि बढ़ कर 5 करोड़ 40 लाख रुपए हुई है, जिससे लगभग 2 करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व नगर निगम को प्राप्त होगा जिससे शहर के विकास कार्य संपादित किए जा सकेंगे।
पिछोला में डीजल नावें आउट, सोलर/बैट्री नावें इन, राजस्व को भी मिला डबल बूस्टर

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