24 न्यूज अपडेट, उदयपुर। वर्तमान ग्रीष्म ऋतु में उदयपुर शहर की पेयजल आवश्यकता की पूर्ति के लिए देवास परियोजना के आकोदड़ा प्रथम, द्वितीय तथा मादड़ी बांधों में संग्रहित जल को आगामी 2 मई को पिछोला एवं फतहसागर झीलों में अपवर्तित किया जाएगा। जल संसाधन विभाग, उदयपुर के अधिषाषी अभियंता महेश चौधरी ने यह जानकारी देते हुए सीसारमा नदी एवं नांदेश्वर टैंक के बहाव क्षेत्र के समस्त निवासियों से अपील की है कि जल प्रवाह के दौरान वे नदी-नालों से दूर रहें तथा अपने मवेशियों को भी वहां न ले जाएं, ताकि किसी प्रकार की जान-माल की हानि न हो।
पूर्व में जल सम्मेलन के समय हुआ था विशेष जल अपवर्तन
उल्लेखनीय है कि जल सम्मेलन के समय भी देवास परियोजना से मेहमानों को झीलें भरी हुई दिखाने के लिए जल प्रवाह कर पिछोला एवं फतहसागर झीलों में जल अपवर्तन किया गया था। उससे झीलों के पानी के मानकों में परिवर्तन हुआ व प्रशासन को आंकड़ों में खासी राहत मिल गई। प्रशासन का कहना है कि जल छोड़ने की प्रक्रिया नियत समय व दिशा-निर्देशों के अनुरूप संचालित की जाएगी, परंतु सुरक्षा के लिए नागरिकों का सहयोग अत्यंत आवश्यक है।
देवास से पिछोला व फतहसागर में 2 मई को जल अपवर्तन, नदी-नालों से दूर रहने की चेतावनी जारी

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