24 news update केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का जयपुर दौरा स्थगित कर दिया गया है। वह सोमवार को जयपुर आने वाले थे, लेकिन अब उनकी जगह केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा क्षेत्रीय राजभाषा सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
सम्मेलन में हिंदी भाषा को मिलेगा बढ़ावा
जयपुर के जेईसीसी (जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर) में आयोजित राजभाषा सम्मेलन में हिंदी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न कार्यालयों, बैंकों और उपक्रमों को हिंदी में उत्कृष्ट कार्य के लिए कुल 110 पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। साथ ही, नगर राजभाषा कार्यान्वयन समितियों (नराकास) को भी नराकास राजभाषा सम्मान से नवाजा जाएगा।
16 राज्यों के प्रतिनिधि होंगे शामिल
राजभाषा विभाग की संयुक्त सचिव डॉ. मीनाक्षी जौली ने बताया कि यह वर्ष 2024-25 का दूसरा क्षेत्रीय सम्मेलन है। इससे पहले 4 जनवरी 2025 को मैसूर (कर्नाटक) में पहला सम्मेलन आयोजित किया गया था। इस बार यह संयुक्त सम्मेलन उत्तर-1, उत्तर-2, मध्य और पश्चिम क्षेत्रों के लिए हो रहा है, जिसमें निम्नलिखित राज्यों के प्रतिनिधि शामिल होंगे:
- उत्तर-1 क्षेत्र: दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, चंडीगढ़ और राजस्थान
- उत्तर-2 क्षेत्र: उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
- मध्य क्षेत्र: मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़
- पश्चिम क्षेत्र: महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, दमन-दीव और दादरा एवं नागर हवेली
राजभाषा विभाग की स्थापना और उद्देश्य
भारतीय संविधान सभा ने 14 सितंबर 1949 को हिंदी को राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था। हिंदी को सरकारी कामकाज में अधिक बढ़ावा देने के लिए जून 1975 में गृह मंत्रालय के अंतर्गत ‘राजभाषा विभाग’ की स्थापना की गई।
राजभाषा विभाग ने हिंदी को तकनीकी रूप से समृद्ध और व्यापक बनाने के लिए कई नवाचार किए हैं, जैसे:
✔ डिजिटल हिंदी शब्दकोश – ‘हिंदी शब्द सिंधु’ का निर्माण
✔ अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन का आयोजन (2021 से प्रतिवर्ष)
✔ हर वित्तीय वर्ष में चार क्षेत्रीय राजभाषा सम्मेलन का आयोजन
सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य
📌 हिंदी भाषा को सरकारी कार्यों में अधिकतम उपयोग में लाना
📌 हिंदी के तकनीकी विकास को बढ़ावा देना
📌 हिंदी भाषा को डिजिटल और आधुनिक कार्य प्रणाली से जोड़ना
📌 हिंदी में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित करना

