24 न्यूज अपडेट उदयपुर। राजसमंद जिले के खमनोर थाना क्षेत्र के सांयों का खेड़ा पंचायत के चिकलवास की बलाई बस्ती में कल रात निर्माणाधीन धर्मशाला की छत ढहने से उसके नीचे एक ही बस्ती के 13 लोग दब गए। हादसे के बाद जिला कलक्टर डॉ. भंवरलाल व एसपी मनीष त्रिपाठी मौके पर पहुंचे। पांच घंटे तक रेस्क्यू अभियान चलाकर 9 घायल व 4 के शव बाहर निकाले गए। घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया और पूरा गांव रातभर जागता रहा। राजसमंद जिला कलक्टर डॉ. भंवरलाल ने बताया कि चिकलवास गांव में मेघवाल समाज द्वारा जनसहयोग से धर्मशाला का निर्माण करवाया जा रहा था। सोमवार दिन में छत के नीचे से बांस की बल्लियों को हटाया गया और उसके बाद रात 9 बजे गांव के लोग निर्माणाधीन धर्मशाला की साफ सफाई व रंग रोगन के लिए गए, तभी ठीक 9.30 बजे छत भरभराकर नीचे गिर पड़ी। साफ सफाई का कार्य कर रहे 13 लोग उसके नीचे दब गए। आस पास कोई घर भी नहीं था। बाद में छत के नीचे दबे वार्डपंच हीरालाल ने मोबाइल से कॉल कर गांव में हादसे की सूचना दी। बाद में गांव से बड़ी तादाद में ग्रामीण पहुंच गए। बाद में खमनोर थाना प्रभारी भगवानसिंह, नाथद्वारा डीएसपी दिनेश सुखवाल मय जाब्ते के घटना स्थल पर पहुंच गए। रात साढ़े दस बजे जिला कलक्टर डॉ. भंवरलाल व एसपी मनीष त्रिपाठी, एएसपी महेंद्र कुमार भी आ गए। साथ ही एसडीआरएफ की टीम, सिविल डिफेंस के जवानों को बुला लिया गया। मलबा हटवाने के लिए आधा दर्जन् से ज्यादा जेसीबी मंगवाई गई और छत को तोड़ने के लिए ड्रीलिंग मशीन मंगवाई। इस तरह रात 11 बजे रेस्क्यू अभियान शुरू किया, जिसमें छत को तोड़कर 3 लोगों को तत्काल सुरक्षित बाहर निकाला, जिनके हल्की चोटे लगी है, जबकि 4 लोगों की मौत हो गई और 6 घायलों को नाथद्वारा स्थित गोवर्धन राजकीय जिला चिकित्सालय में उपचार जारी है। तड़के करीब 3 बजे रेस्क्यू पूरा हुआ। है। 3 मजदूरों के शव रात 1 बजे तक निकाल लिए गए। वहीं, एक और मजदूर का शव रात करीब 3 बजे निकाला गया। हादसे में कालू लाल मेघवाल, शांति लाल मेघवाल, भगवती लाल मेघवाल और भंवर लाल मेघवाल की मौत हुई है। इस दौरान सरपंच प्रतिनिधि मुकेश पुरोहित सैकड़ों की तादाद में चिकलवास, सांयों का खेड़ा, शिशोदा आदि गांवों के लोग मौके पर एकत्रित हो गए। हादसे में छत के नीचे दबे सभी लोग सांयों का खेड़ा पंचायत के चिकलवास के बलाई बस्ती के रहने वाले है। पहले तो प्रशासन ने अपने स्तर पर जेसीबी मंगवाकर के द्वारा मजदूरों को निकालने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिलने पर एसडीआरएफ को बुलाया गया। सभी शवों को नाथद्वारा के लालबाग स्थित जिला अस्पताल की मॉर्चरी में रखवाया गया ।टीमेला के ग्रामीणों ने बताया कि तीन दिन पहले नए बन रहे सामुदायिक भवन की छत डाली गई थी। सोमवार रात करीब 11 बजे वहीं काम कर रहे 13 मजदूर भवन के अंदर छत को चेक करने के लिए गए। इसी दौरान पूरी छत नीचे ढह गई और सभी दब गए।
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