24 न्यूज़ अपडेट उदयपुर, 12 अगस्त। राज्य की अकादमियों के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को ओपीएस विकल्प पत्र जमा कराने के बावजूद अब तक पेंशन पीपीओ जारी नहीं होने पर कार्मिकों ने सोमवार को उदयपुर सांसद डॉ मन्नालाल रावत से मुलाकात कर उन्हें समस्या से अवगत कराया। साथ ही पेंशन भुगतान शीघ्रातिशीघ्र कराने की मांग रखी।
जिला परिषद स्थित सांसद कार्यालय में जनसुनवाई में पहुंचे सेवानिवृत्त अकादमी कार्मिकों ने सांसद को बताया कि राज्य सरकार के वित्त विभाग के आदेश के संदर्भ में राज्य की अकादमियों के सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने अपने-अपने ओ.पी.एस. विकल्प पत्र संबंधित अकादमियों में यथासमय प्रस्तुत कर दिए हैं। कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग ने ओ.पी.एस. हेतु अकादमियों/विभागों के लिए रवीन्द्र मंच सोसायटी, जयपुर को ‘‘नोडल एजेन्सी’’ बनाया है। रवीन्द्र मंच सोसायटी जयपुर को राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर के सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने पेंशन कुलक (सेट ऑफ फार्मस), आवश्यक प्रपत्र व सी.पी.एफ. के सरकारी अंश की राशि मय ब्याज के ट्रेजरी सचिवालय, जयपुर में जमा कराकर अकादमी सचिव महोदय ने रवीन्द्र मंच जयपुर को सूचना आदि प्रेषित कर दी है। ट्रेजरी जयपुर में यह राशि ई ग्रास चालान दिनांक 31.08.2023 व 13.09.2023 से जमा करवाई है। समय-समय पर ज्ञापन के माध्यम से समस्याओं की ओर ध्यान आकृष्ट किया, लेकिन अब तक पेंशन भुगतान नहीं हुआ।
ज्ञापन में बताया कि इन कर्मचारियों ने बैंक आदि से ऋण लेकर सरकार में राशि जमा कराई है और पेंशन के अभाव में परिवार पालन में गंभीर असुविधाओं और तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है। कार्मिकों ने जल्द से जल्द पेंशन भुगतान की मांग दोहराई। इस दौरान राजस्थान साहित्य अकादमी के सेवानिवृत्त सचिव डॉ लक्ष्मीनारायण नंदवाना, डॉ प्रमोद भट्ट, सेवानिवृत्त सहायक लेखाधिकारी रमेश कोठारी, पूर्व पुस्तकालयाध्यक्ष दुर्गेश नंदवाना, पूर्व वरिष्ठ लिपिक विष्णु पालीवाल, रामदयाल मेहर, भीमशंकर मेनारिया, सेवानिवृत्त चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बद्रीलाल मेनारिया व सोहनलाल पानेरी आदि उपस्थित रहे।
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