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गुरुदेव राजेंद्र सूरी जी के 421 चित्रों की प्रदर्शनी का किया अवलोकन, रथ यात्रा का निम्बाहेड़ा में हुआ आगमन

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24 news Update निम्बाहेड़ा (कविता पारख)। कलिकाल कल्पतरु युग पुरुष दादा गुरुदेव श्रीमद् विजय राजेंद्र सूरीश्वर जी महाराजा के अमृत वर्ष में जन्म द्विशताब्दी दिवस के उपलक्ष्य में पूरे भारत वर्ष में गुरुदेव का रथ भ्रमण चल रहा है।
उसी क्रम में निम्बाहेड़ा नगर में प्रातः स्मरणीय दादा गुरुदेव श्रीमद् विजय राजेंद्र सूरीश्वर जी महाराज की 200वीं जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में आयोजित भव्य चित्र प्रदर्शनी रथ यात्रा का शुक्रवार को राजस्थान–मध्यप्रदेश की संगम स्थली एवं मेवाड़ क्षेत्र के औद्योगिक नगर निम्बाहेड़ा में मंगल आगमन हुआ। रथ यात्रा का निम्बाहेड़ा श्रीसंघ ने हर्षोल्लास से स्वागत किया।
मुनिराज श्री डॉ. लाभेश विजय जी महाराज के निर्देशन तथा श्री राज राजेंद्र सूरी जैन प्रतिष्ठान, गुरु धाम पुणे के तत्वावधान में आयोजित इस रथ यात्रा का समाजजनों ने अगवानी कर भावभीना स्वागत एवं अभिनंदन किया।
सकल संघ की साक्षी में फीता काटकर प्रदर्शनी कक्ष का शुभारंभ
चित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ संघ संरक्षक ललित पारख, समाजसेवी डॉ. जे.एम. जैन तथा संघ अध्यक्ष मनीष बाबेल द्वारा सकल संघ आदि समाजजनों की उपस्थिति में फीता काटकर किया गया। तत्पश्चात सामूहिक दीप प्रज्वलन, हार अर्पण एवं आरती से कार्यक्रम की मंगल शुरुआत हुई। यात्रा संयोजक राजू जैन ने यात्रा की पूरी जानकारी दी। दादा गुरुदेव श्रीमद् विजय राजेंद्र सूरीश्वर जी महाराज की भक्तजनों ने भक्ति कर महाआरती उतारी। गुरुदेव को पालने में झुलाने का लाभ लिया। सभी ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
उन्होंने बताया कि गुरुदेव के जीवन–चरित्र को लेकर निकली इस यात्रा का उद्देश्य नई पीढ़ी को गुरुदेव के बारे में जानकारी देना है। पुणे से शुरू हुई यह यात्रा देश भर में भ्रमण करती हुई निम्बाहेड़ा पहुंची है, जिसे सभी सकल श्रीसंघ द्वारा अवलोकन कर निहारा गया है। पूर्व विधायक अशोक नवलखा ने कहा कि दादा गुरुदेव के हस्तनिर्मित 421 दुर्लभ चित्रों की यह प्रदर्शनी गाँव–गाँव, शहर–शहर पहुंचकर गुरुदेव के सिद्धांतों, आदर्शों एवं विचारों का व्यापक प्रचार–प्रसार कर रही है। उन्होंने कहा कि सभी चित्र अत्यंत मनोभाव से निर्मित हैं और प्रत्येक चित्र अपने सौंदर्य एवं आध्यात्मिक संदेश से मन मोह लेने वाला है। यह रथ यात्रा सभी गुरु–भक्तों के लिए गौरव और प्रेरणा के स्मरणीय पल लेकर आई है। कार्यक्रम में त्रिस्तुतीक संघ महामंत्री शेरसिंह पारख, युवक परिषद अध्यक्ष हर्ष छाजेड़, महावीर जन्मकल्याणक समिति संयोजक सुरेंद्र डूंगरवाल, पूर्व अध्यक्ष अभय सिरोहिया, नरेंद्र चपलोत, कैलाश बाफना, चांदमल वीरानी, अजीत चौधरी, श्रीपाल नायक, दिलीप पारख, राकेश बोड़ाना, शांतिलाल सिसोदिया, नितिन सेठिया, विशाल गोखरू, सतीश बाबेल, तपागच्छ संघ अध्यक्ष दिलीप पामेचा, विजयगच्छ संघ अध्यक्ष अभय बोड़ाना, स्थानकवासी संघ के हस्तीमल दुग्गड़, मंत्री गिरीश श्रीमाल, कोषाध्यक्ष कोमलसिंह जारोली, पूर्व मंत्री आनंद सालेचा, दिगंबर समाज अध्यक्ष अशोक जैन, जे.पी. पटवारी तथा समाज के विभिन्न संघों श्री राजेंद्र जैन नवयुवक परिषद, श्री राजेंद्र महिला मंडल एवं बहुमंडल के कार्यकर्ता एवं बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।
फोटो–1 समाजजनों ने फीता काटकर प्रदर्शनी कक्ष का शुभारंभ किया। (कविता पारख)

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