24 News Update उदयपुर। लोकमान्य तिलक शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय ने मेड़ता गांव में दो दिवसीय सामुदायिक कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया, जिसमें पर्यावरण संरक्षण और स्वास्थ्य जागरूकता पर विशेष जोर दिया गया। इस कार्यक्रम में बीएड बाल विकास एकीकृत पाठ्यक्रम के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और स्थानीय ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
पहला दिनः पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान
कार्यक्रम की शुरुआत मेड़ता पंचायत के अंतर्गत ठ.म्क. बाल विकास एकीकृत पाठ्यक्रम के सभी स्टाफ और प्रशिक्षणार्थी शिक्षक, क्रमबद्धता पूर्वक लाइन में बैठने और सरस्वती वंदना करने से हुई। तत्पश्चात, छात्रों ने गांव में पर्यावरण संरक्षण के लिए घर-घर सर्वे किया।
मुख्य अतिथि कृषि महाविद्यालय के प्रोफेसर इंद्रजीत माथुर ने पर्यावरण संरक्षण पर प्रभावशाली वार्ता दी और हरी झंडी दिखाकर रैली का शुभारंभ किया। इस रैली में पंचायत समिति के कर्मचारी, सचिव महोदय, सरपंच भगवती लाल जी, स्टाफ, ग्रामवासी और छात्र-शिक्षक शामिल हुए, और उन्होंने मेड़ता गांव में पर्यावरण जागरूकता का संदेश फैलाया। कार्यक्रम में संचालन डॉ. मनोहर लाल टेलर ने किया। मुख्य अतिथियों का स्वागत डॉ. अनिता कोठारी और डॉ. अमित दवे द्वारा उपर्णा पहनाकर किया गया। साथ ही, खेम सिंह जी एवं समस्त ग्रामवासी ने अतिथियों का अभिनंदन किया।
दोपहर में महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर सरोज गर्ग और डॉ. अमी राठौड़ ने निरीक्षण किया। उन्होंने छात्रों को पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर मार्गदर्शन दिया और भित्ति पत्रिका का विमोचन किया। इस दिन के सामुदायिक कार्य का नेतृत्व डॉ. मनोहर लाल टेलर और श्रीमती इतिका जैन ने किया, जबकि डॉ. ममता कुमावत, डॉ. हेमलता जैन, डॉ. शानू शक्तावत, सुश्री सीमा बानू, और डॉ. सुभा सुराणा ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से योगदान दिया। कार्यक्रम का समापन डॉ. अनिता कोठारी के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।

दूसरा दिनः स्वास्थ्य जागरूकता और सामुदायिक सहभागिता
दूसरे दिन का कार्यक्रम स्वास्थ्य और स्वच्छता पर केंद्रित रहा। होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें डॉ. सुनीत धाकड़, डॉ. मनोज और अन्य विशेषज्ञों ने ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की और मुफ्त दवाएं वितरित की। स्वास्थ्य संबंधी वार्ता में डॉ. पोववल भारद्वाज और कमला मैडम ने ग्रामीणों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया। साथ ही पौधारोपण, श्रमदान और पर्यावरण संरक्षण जागरूकता गतिविधियाँ आयोजित की गईं। छात्रों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया और मानव श्रृंखला बनाकर ग्रामवासियों को जागरूक किया। इस दो दिवसीय कार्यक्रम ने मेड़ता गांव में सामुदायिक भागीदारी और सामाजिक चेतना को बढ़ावा दिया। कार्यक्रम का धन्यवाद डॉ. अमित दवे ने किया।


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