
24 News Update उदयपुर। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर (एमपीयुएटी) की अखिल भारतीय मक्का अनुसंधान परियोजना के अंतर्गत 2 अक्टूबर को ग्राम सांगवा में मक्का प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में आसपास के गाँवों से आए लगभग 100 किसानों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान, लुधियाना से डॉ. शंकर लाल जाट उपस्थित रहे। इसके अलावा पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना से डॉ. ज्वाला जिंदल (कीट वैज्ञानिक), कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय बेंगलुरु से डॉ. एन. मल्लिकार्जुन (पादप एवं रोग वैज्ञानिक), आंध्र प्रदेश से डॉ. आई. सुधीर कुमार (प्लांट ब्रीडर), एमपीयुएटी से डॉ. आर.एल. सोनी (निदेशक प्रसार शिक्षा), डॉ. अमित दाधीच (परियोजना प्रभारी), डॉ. हरीश कुमार सुमेरिया (सस्य विज्ञान), डॉ. रमेश बाबू (कीट वैज्ञानिक) तथा डॉ. रामनारायण कुम्हार (सूत्रकृमि एवं पादप रोग वैज्ञानिक) सहित कई विशेषज्ञों ने किसानों को मार्गदर्शन दिया।
इस अवसर पर विशेषज्ञों ने किसानों को मक्का की नई किस्मों, रोग एवं कीट प्रबंधन, उन्नत तकनीकों और बाजार में बेहतर मूल्य प्राप्त करने के उपायों की जानकारी दी। डॉ. दाधीच ने किसानों को मक्का को मेवाड़ की प्रमुख फसल बताते हुए इसके अधिक उत्पादन हेतु प्रेरित किया। डॉ. सुमेरिया ने प्रथम पंक्ति दर्शन पद्धति पर प्रकाश डाला, जबकि डॉ. ज्वाला जिंदल ने कीट नियंत्रण की तकनीकें साझा कीं। कर्नाटक से आए डॉ. मल्लिकार्जुन ने रोग प्रबंधन के उपाय बताए और डॉ. सुधीर कुमार ने आंध्र प्रदेश की सफल मक्का खेती का अनुभव साझा किया।
डॉ. आर.एल. सोनी ने किसानों की आय दोगुनी करने के उपाय बताए। वहीं, डॉ. शंकर लाल जाट ने मक्का की उन्नत खेती में आने वाली चुनौतियों एवं उनके समाधान, साथ ही मक्का आधारित उत्पादों और विपणन की रणनीतियों पर विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम के अंत में किसानों को हाथ से खरपतवार निकालने वाली मशीनें वितरित की गईं तथा उनके संचालन का प्रशिक्षण भी दिया गया। यह जानकारी सह-जनसंपर्क अधिकारी रामनारायण कुम्हार ने दी।

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