24 News Update श्रीगंगानगर/जयपुर। राजस्थान में आगामी चुनावों की तैयारियों को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसी भी पोलिंग बूथ पर 1200 से अधिक मतदाता नहीं होने चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे मतदान केन्द्रों की पहचान कर शीघ्र पुनर्गठन की कार्रवाई की जाए, जहां गत विधानसभा व लोकसभा चुनावों में 6 बजे के बाद तक कतारें लगी रहीं या मतदाता संख्या 1200 से अधिक थी। महाजन मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रदेशभर के जिला निर्वाचन अधिकारियों और संबंधित अफसरों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आगामी जुलाई माह में राजस्थान के लगभग 52,500 बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) का प्रशिक्षण जिला स्तर पर आयोजित किया जाएगा। साथ ही 2 जुलाई को नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में होने वाले राष्ट्रीय बीएलओ प्रशिक्षण कार्यक्रम में राजस्थान के भी करीब 200 बीएलओ भाग लेंगे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने अधिकारियों को बीएलओ के पहचान पत्र जारी करने, राजनीतिक दलों द्वारा मतदान केंद्र स्तर तक बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) नामांकित करने और उनके सक्रिय सहयोग को भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। नवीन जिलों में निर्वाचन संबंधी व्यवस्थाएं भी निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार समयबद्ध रूप से पूरी करने के निर्देश दिए गए। इसके अतिरिक्त, महाजन ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने चुनावी प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और सुलभ बनाने के लिए ‘ईसीआईनेट’ नामक एकीकृत डिजिटल प्लेटफॉर्म विकसित किया है, जो फिलहाल ट्रायल फेज में है। यह प्लेटफॉर्म 40 से अधिक मौजूदा मोबाइल और वेब एप्स को समेकित करता है, जिससे मतदाता, चुनाव अधिकारी, मीडिया और राजनीतिक दल चुनाव संबंधी सभी जानकारी एक ही स्थान पर त्वरित और सरल रूप से प्राप्त कर सकेंगे।
एक पोलिंग बूथ पर 1200 से अधिक मतदाता नहीं होंगे, जुलाई में 52,500 बीएलओ का प्रशिक्षण

Advertisements
