- एलिवेटेड़ रोड़ की राह में एक ओर सफलता
- मंदिर के मूल स्वरूप में नहीं होगा परिवर्तन, पुन: भव्य प्रवेश द्वार और बाउण्ड्री बनाकर देगा निगम
24 News Update उदयपुर। नगर निगम ने मंगलवार को शहर में बन रही एलिवेटेड़ रोड़ के लिए कोर्ट चौराहे पर देवस्थान विभाग के अधीन हनमानजी मंदिर परिसर की अधिग्रहित की गई जमीन पर सडक़ बनाने का काम शुरू किया। मंदिर के दोनों ओर स्थित दुकानों को जेसीबी की सहायता से तोडऩे का काम शुरू किया। एलिवेटेड रोड निर्माण के लिए मंदिर का करीब 4 मीटर क्षेत्र लिया जा रहा है। जिसे तोडक़र सडक़ बनाई जाएगी, लेंकिन मंदिर के मूल स्वरूप में किसी तरह का कोई परिवर्तन नहीं आएगा और निगम मंदिर मुख्य द्वार और अन्य सुविधाएं पुन: बनाकर देगी।
शहर मेंएलिवेटेड रोड का काम शुरू हो चुका है। इस एलिवेटेड रोड में कोर्ट चौराहे पर स्थित देवस्थान विभाग के हनुमानजी मंदिर के सामने सडक काफी संकरी है। इसी कारण यहां पर समस्या आ रही थी। इसी समस्या को देखते हुए उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन ने देवस्थान विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर मंदिर में जाकर देखा तो पता चला कि प्रवेश करते ही मंदिर का मुख्य द्वार है और इसके बाद एक लम्बा चबूतरा है और इसके बाद हनुमानजी विराजित है। सडक़ से लेकर विराजित हनुमानजी तक करीब 18 से 20 फीट की दूरी है। इसके साथ ही इस मंदिर की दाईं और बाईं ओर दुकानें भी बनी हुई है। एलिवेेटेड रोड़ के लिए मंदिर से 4 मीटर जमीन की ही आवश्यकता है और जो मंदिर की सीढियों तक आ रही है। इसके बाद मंदिर का चबूतरा है और इसके बाद हनुमानजी विराजित है। एलिवेटेड रोड में मंदिर से जमीन लेने के बाद भी मंदिर के मूल स्वरूप में किसी तरह का परिवर्तन नहीं हो रहा है। शहर विधायक ताराचंद जैन ने देवस्थान में वार्ता कर इस बारे में बताया तो देवस्थान विभाग ने शहर हित में बन रही एलिवेटेड रोड के लिए मंदिर से जमीन लेने की परमिशन दी है। इसको लेकर निगम ने मंदिर के दोनों ओर की दुकानों को उचित मुआवजा दिया और दोनों दुकानो को खाली करवाया गया। दुकानों के खाली होने पर मंगलवार सुबह निगम के अधिकारियों ने इन दुकानों को हटाने का काम शुरू किया गया। इन दोनों दुकानों को हटाने के बाद मंदिर के मुख्य रोड़ से निर्धारित सीमा पर आगे का हिस्सा हटाया जाएगा। साथ ही निगम पुन: भव्य प्रवेश द्वार और बाउण्ड्री वॉल बनाकर देगा। उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन ने आश्वस्त किया है कि मंदिर के मूल स्वरूप में किसी तरह का परिवर्तन नहीं किया जाएगा।

