24 News update अजमेर। गुरुवार देर रात करीब सवा 11 बजे बोराज तालाब की पाल टूटने से भारी जलभराव हो गया। आधा दर्जन से अधिक कलोनियों में पानी घुसने से करीब एक हजार घर प्रभावित हुए। तेज बहाव से कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए। कई परिवारों ने छत पर चढ़कर जान बचाई, जबकि प्रशासन ने ट्रैक्टर से रेस्क्यू कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
देर रात बचाव अभियान
पाल टूटने के बाद स्वास्तिक नगर, भारत नगर, रावत नगर, ज्योति नगर, एसएस कॉलोनी और फायसागर रोड का क्षेत्र जलमग्न हो गया। सूचना पर सिविल डिफेंस, एसडीआरएफ, नगर निगम और एडीए की टीमें मौके पर पहुंचीं। प्रशासन ने स्वास्तिक नगर के 80 से ज्यादा मकानों को दिन में ही खाली करवा दिया था और सरकारी स्कूल को अस्थायी आश्रय स्थल बनाया गया।
सुबह उभरा आक्रोश
शुक्रवार सुबह स्वास्तिक नगर और आसपास के लोग नुकसान का मुआवजा मांगते हुए फायसागर रोड पर उतर आए। महिलाओं ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और जाम लगा दिया। सुबह करीब 10:30 बजे प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सर्वे और मुआवजे का आश्वासन दिए जाने के बाद जाम खोला गया। जिला कलेक्टर लोक बंधु, एडीएम सिटी गजेंद्र सिंह और एसडीएम गरिमा नरूला ने हालात का जायजा लिया। कलेक्टर ने कहा कि नुकसान का सर्वे एक ही दिन में पूरा कर मुआवजा दिलाया जाएगा। एसडीएम नरूला प्रभावित घरों का निरीक्षण कर रही हैं। वहीं, ग्राम पंचायत हाथीखेड़ा के सरपंच लालसिंह रावत ने बताया कि अधिकांश जगहों पर स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन स्वास्तिक नगर में पानी निकासी का काम जारी है।
प्रभावितों की पीड़ा
“घर का सामान, बर्तन तक बह गए, छत भी टूट गई। अब सरकार ही हमारी मदद कर सकती है।” प्रभावित परिवारों की महिलाएं और बच्चे भावुक होकर रोते नजर आए। कई घरों की नींव तेज बहाव से खोखली हो गई है। प्रशासन ने पानी की निकासी के लिए चार मडपंप लगाए हैं।
अधिकारियों का बयान
कलेक्टर लोक बंधु: नियमानुसार मुआवजा दिलाया जाएगा।
एडीएम सिटी गजेंद्र सिंह: जनता सहयोग करे, सर्वे टीम को नुकसान दिखाएं।
थाना प्रभारी महावीर सिंह: मांग पत्र उच्चाधिकारियों तक भेजा जा रहा है।

