उदयपुर। शहर के ऐतिहासिक ब्रह्मपोल क्षेत्र में नगर निगम ने गुरुवार को अतिक्रमण के खिलाफ सख्त और निर्णायक कदम उठाते हुए बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। ब्रह्मपोल मस्जिद के ठीक सामने स्थित करीब 2 बीघा (लगभग 50 हजार वर्ग फीट) सरकारी भूमि को कब्जाधारियों से मुक्त कराने की प्रक्रिया सुबह करीब 9 बजे शुरू हुई, जो दोपहर तक लगातार जारी रही।
कार्रवाई के दौरान सामने आया कि इस बहुमूल्य भूमि पर आधा दर्जन से अधिक लोगों ने वर्षों से अवैध कब्जा कर रखा था। बाजार में इस जमीन की कीमत 30 से 35 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। उल्लेखनीय है कि यह जमीन वर्ष 2004 में यूआईटी द्वारा नगर निगम को सौंपी गई थी, बावजूद इसके लंबे समय से यहां अतिक्रमण बना हुआ था।
नगर निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने बताया कि ब्रह्मपोल क्षेत्र में सरकारी भूमि पर अतिक्रमण को लेकर लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही थीं, जिससे शहर की यातायात और प्रशासनिक व्यवस्था प्रभावित हो रही थी। शिकायतों की गंभीरता को देखते हुए निगम टीम को कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
मौके पर कुछ लोगों द्वारा विरोध जताया गया। पृथ्वीराज तेली के नेतृत्व में समाज के कुछ लोगों ने कार्रवाई का विरोध किया, लेकिन आयुक्त के स्पष्ट और सख्त निर्देशों के चलते निगम टीम ने बिना रुके अभियान जारी रखा। संभावित तनाव को देखते हुए होमगार्ड के जवानों को भी मौके पर तैनात किया गया।
कार्रवाई के दौरान जेसीबी मशीनों की मदद से जमीन पर रखा गया लोहे का भारी सामान, पत्थर, अन्य निर्माण सामग्री हटाई गई। साथ ही झाड़ियां और छोटे पेड़ों को भी साफ कर भूमि को पूरी तरह खाली कराया जा रहा है।
नगर निगम आयुक्त ने स्पष्ट किया कि यह अभियान यहीं नहीं रुकेगा, बल्कि शहर के अन्य हिस्सों में भी सरकारी जमीन पर हुए अतिक्रमण के खिलाफ लगातार और सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
Discover more from 24 News Update
Subscribe to get the latest posts sent to your email.