24 News Update उदयपुर। झीलों की नगरी उदयपुर एक बार फिर राज्य स्तरीय भव्य आयोजन का साक्षी बनने जा रही है। संस्कृत दिवस के उपलक्ष्य में संस्कृत शिक्षा विभाग, राजस्थान द्वारा राज्य स्तरीय संस्कृत विद्वत् सम्मान समारोह का आयोजन आगामी 7 अगस्त, गुरुवार को सुखाड़िया रंगमंच, टाउनहॉल परिसर में किया जाएगा। यह समारोह वर्ष 2018 के बाद पहली बार उदयपुर में आयोजित किया जा रहा है। आयोजन की जानकारी संस्कृत शिक्षा विभाग की आयुक्त प्रियंका जोधावत ने बुधवार को होटल कजरी में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान दी। आयुक्त जोधावत ने बताया कि यह समारोह उन विद्वानों, संस्थाओं और विद्यार्थियों को सम्मानित करने हेतु आयोजित किया जा रहा है जिन्होंने संस्कृत भाषा, भारतीय संस्कृति, वैदिक साहित्य और अध्यात्म के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
संस्कृत साधना शिखर सम्मान में एक लाख रुपये की सम्मान राशि
समारोह में विभिन्न श्रेणियों में कुल 22 सम्मान प्रदान किए जाएंगे। प्रमुख पुरस्कारों में शामिल हैं: संस्कृत साधना शिखर सम्मान – 1 व्यक्ति को ₹1,00,000 की सम्मान राशि संस्कृत साधना सम्मान – 2 व्यक्तियों को ₹51,000-₹51,000, संस्कृत विद्वत्सम्मान पुरस्कार – 7 व्यक्तियों को ₹31,000-₹31,000, सस्कृत युवा प्रतिभा पुरस्कार – 11 युवा प्रतिभाओं को ₹21,000-₹21,000, इसके अतिरिक्त, मंत्रालयिक सेवा सम्मान तथा विभिन्न शैक्षणिक स्तरों पर चयनित विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया जाएगा।
आयोजन में भाग लेंगे गणमान्य अतिथि
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष प्रो. वासुदेव देवनानी। समारोह की अध्यक्षता करेंगे राज्य के संस्कृत शिक्षा मंत्री श्री मदन दिलावर। अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री श्री बाबूलाल खराड़ी, और सारस्वत अतिथि के रूप में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, जयपुर के निदेशक प्रो. वाई एस रमेश उपस्थित रहेंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में उदयपुर शहर विधायक श्री ताराचंद जैन एवं ग्रामीण विधायक श्री फूल सिंह मीणा समारोह में भाग लेंगे। समारोह में आशीर्वाद प्रदाता के रूप में माकड़ादेव आश्रम, झाड़ोल के संत श्री गुलाबदास जी महाराज का सान्निध्य भी प्राप्त होगा।
संस्कृत गौरव का प्रतीक होगा यह आयोजन
आयुक्त प्रियंका जोधावत ने बताया कि यह समारोह प्रदेश में संस्कृत भाषा के गौरव को बढ़ाने, विद्वानों के योगदान को सार्वजनिक मंच पर मान्यता देने तथा युवाओं में संस्कृत के प्रति रुचि विकसित करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है। “समारोह के माध्यम से हम समाज को यह संदेश देना चाहते हैं कि संस्कृत केवल भाषा नहीं, बल्कि भारतीय ज्ञान परंपरा की आत्मा है।” — प्रियंका जोधावत, आयुक्त, संस्कृत शिक्षा विभाग, राजस्थान
राज्य स्तरीय संस्कृत विद्वत् सम्मान समारोह 7 अगस्त को उदयपुर में

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