मुंबई। 18 जून 2025। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने मंगलवार को चर्चित स्टॉक विश्लेषक और पूर्व IIFL कंसल्टेंट संजीव भसीन सहित 12 व्यक्तियों को शेयर बाजार में गड़बड़ी का दोषी मानते हुए तत्काल प्रभाव से बाजार में कारोबार करने से प्रतिबंधित कर दिया है। साथ ही उनकी ₹11.37 करोड़ की अवैध कमाई जब्त करने के आदेश दिए गए हैं।
📉 धांधली का तरीका: फ्रंट-रनिंग और टीवी टिप्स का दुरुपयोग
सेबी की जांच रिपोर्ट के अनुसार, भसीन ने एक सुनियोजित रणनीति के तहत पहले खुद और अपने सहयोगियों के नाम पर विशिष्ट शेयर खरीदे, फिर उन्हें टीवी चैनलों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर खरीदने की सलाह दी। जब आम निवेशकों ने उस पर भरोसा कर खरीदारी शुरू की और कीमतें चढ़ीं, तब इन लोगों ने अपने हिस्से के शेयर ऊंचे दाम पर बेच दिए और मोटा मुनाफा कमाया।
🎯 जांच में आए प्रमुख उदाहरण:
- एलएंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज में फ्यूचर्स सौदों के जरिए ₹1.36 लाख का लाभ।
- पराग मिल्क फूड्स में 51,500 शेयर खरीदकर सलाह के बाद एक ही दिन में ₹8.4 लाख की कमाई।
- यह रणनीति जनवरी 2020 से जून 2024 तक सैकड़ों बार अपनाई गई।
🧑💻 अन्य आरोपित और नेटवर्क का खुलासा:
सेबी ने जांच में पाया कि संजीव भसीन का पूरा नेटवर्क एक पूर्व नियोजित लाभ योजना पर कार्यरत था। आरोपितों में उनके करीबी रिश्तेदार ललित भसीन, सोशल मीडिया प्रचारक आशीष कपूर (RRB मास्टर) और शेयर डीलर राजीव कपूर, जगत सिंह, प्रवीण गुप्ता शामिल हैं। साथ ही तीन निवेश कंपनियां भी इस खेल में शामिल थीं — Venus Portfolios, Gemini Portfolios और HB Portfolio।
🔍 सेबी ने कैसे खोला खेल?
सेबी को 2023 में कुछ शिकायतें मिली थीं, जिसके बाद जनवरी 2020 से जून 2024 तक के 100 से अधिक लेन-देन की बारीकी से जांच की गई। जून 2024 में एनसीआर क्षेत्र में छापों के दौरान व्हाट्सऐप चैट्स, कॉल रिकॉर्ड्स और डिजिटल ट्रेल्स के माध्यम से पूरा षड्यंत्र उजागर हुआ।
⚖️ सेबी का अंतरिम आदेश:
- 149 पेज की प्रारंभिक रिपोर्ट में सभी आरोपितों पर फ्रंट-रनिंग और इनसाइडर ट्रेडिंग जैसे गंभीर आरोप।
- ₹11.37 करोड़ की संपत्ति को फिक्स्ड डिपॉजिट के रूप में सुरक्षित रखने का निर्देश।
- सभी आरोपितों को 21 दिन में अपना पक्ष रखने का अवसर।
🔮 ‘ज्योतिषी’ बना विश्लेषक!
जांच के दौरान जब भसीन को संभावित कार्रवाई का आभास हुआ, तो उन्होंने सोशल मीडिया पर ‘Sanjiv Bhasin Astro’ नाम से नया खाता बनाकर खुद को ज्योतिष विशेषज्ञ घोषित कर दिया और शेयर बाजार की बजाय राशिफल बताने लगे।
📢 निवेशकों के लिए संदेश
सेबी की इस कार्रवाई ने साफ कर दिया है कि शेयर बाजार में पारदर्शिता सर्वोपरि है। टीवी चैनलों, सोशल मीडिया और टेलीग्राम ग्रुप्स पर दिए जाने वाले सुझावों को आंधाधुंध अपनाना खतरनाक हो सकता है। हर निवेश से पहले स्वतंत्र जांच और विवेक का प्रयोग अनिवार्य है।

