24 News Update उदयपुर. उदयपुर की खेरवाड़ा थाना पुलिस की कस्टडी में तबीयत बिगड़ने बाद करीब डेढ़ महीने से एमबी हॉस्पिटल में भर्ती आरोपी को सोमवार को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया। पुलिस ने आरोपी को सीधे जेल भिजवा दिया है। आरोपी को 17 अप्रैल 2025 को लूट के आरोप में पकड़ा था, जिसके बाद पुलिस कस्टडी में उसकी हालत बिगड़ गई थी।
थानाधिकारी दलपत सिंह राठौड़ ने बताया- आरोपी अभिषेक मीणा कई दिनों से हॉस्पिटल में भर्ती था। डॉक्टरों ने उसे डिस्चार्ज कर दिया है, ऐसे में उसे जेल भेज दिया। इधर, आरोपी की मां लीला देवी का कहना है कि बेटे अभिषेक की हालत बिल्कुल ठीक नहीं है। वह ठीक से चल-फिर नहीं पा रहा। पैर में सूजन है। ऐसे में वह जेल में रखे जाने की स्थिति में नहीं है लेकिन पुलिस ने जबर्दस्ती उसे जेल भिजवा दिया है।
मां ने लगाया था पुलिस पर बेटे के साथ मारपीट का आरोप
युवक की मां लीला देवी उदयपुर रोडवेज में कर्मचारी है। उन्होंने अपने इकलौते बेटे अभिषेक के साथ बेहरमी से मारपीट का आरोप लगाया था। मां ने बताया कि पुलिस उनके बेटे को 17 अप्रैल को बिना सूचना थाने ले गई थी। पुलिस कस्टडी में अभिषेक के साथ बेरहमी से मारपीट की गई।
उसी रात पुलिस उसे खेरवाड़ा के निजी अस्पताल ले गई, जहां से डॉक्टरों की सलाह पर 18 अप्रैल को उदयपुर एमबी हॉस्पिटल रेफर कर दिया था। हॉस्पिटल में कई दिनों तक बेटा होश में नहीं था। ऐसे में उसे कुछ दिन एमआईसीयू में वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखा था। 24 मई को वार्ड में शिफ्ट किया गया। 24 घंटे दो कांस्टेबल वार्ड में निगरानी पर रहते थे।
मानवाधिकार ने लिया था संज्ञान
मामले में राज्य मानवाधिकार आयोग ने भी संज्ञान लेते हुए उदयपुर एसपी को जांच के निर्देश दिए थे। आयोग ने इसे मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन मानते हुए कहा था कि उच्चाधिकारियों की लापरवाही के कारण ही ऐसी घटनाएं हो रही हैं।
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