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लुटेरी दुल्हन गिरफ्तार, 6 गुजराती युवकों से रचाई शादी, जेवर-नकदी लेकर चंपत

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24 न्यूज अपडेट, उदयपुर।  थाना पुलिस ने शादी कर ठगी करने वाली महिला को गिरफ्तार किया है। वह अपने साथियों की मदद से अविवाहित युवकों को झांसा देती थी और शादी के बाद नकदी-जेवर लेकर फरार हो जाती थी। अब तक वह गुजरात के छह युवकों को इसी तरह ठग चुकी है।

फर्जी पहचान और शादी के नाम पर ठगी

थानाधिकारी सीताराम ने बताया कि मादड़ी, बाघपुरा निवासी सुमित्रा दामा को गिरफ्तार किया गया है। जांच में सामने आया कि उसने अलग-अलग नामों के चार आधार कार्ड बनाए थे, जिससे वह हर बार नई पहचान के साथ शादी करती थी। पुलिस ने उसके पास से सोना कुंवर, सोना मेमवाल, प्रियंका और सुमित्रा नाम के आधार कार्ड बरामद किए हैं।

पीड़ित ने ऐसे की शिकायत

सूरसागर, जोधपुर निवासी परमानंद भील ने 1 जनवरी को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उन्होंने बताया कि शादी के लिए उन्होंने अपने परिचित दीपक से संपर्क किया था। दीपक ने सुमित्रा का फोटो भेजा और बताया कि शादी का खर्च और दो लाख रुपये के साथ जेवर देना होगा। पीड़ित ने यह शर्तें मान लीं और पिछले साल सितंबर में उनकी शादी हुई।

शादी के बाद गायब हुई दुल्हन

शादी के बाद परमानंद ने सुमित्रा को 2 लाख रुपये, सोने का मंगलसूत्र, झुमके और चांदी की पायजेब दी। कुछ दिनों बाद सुमित्रा ने अंबाजी दर्शन की इच्छा जताई। वे दर्शन के लिए अंबाजी गए, जहां महिला-पुरुषों की अलग-अलग लाइन में लगना पड़ा। दर्शन के बाद परमानंद बाहर आए, लेकिन सुमित्रा गायब हो चुकी थी। जब उन्होंने दीपक से संपर्क करने की कोशिश की, तो उसका मोबाइल भी बंद मिला।

सोशल मीडिया पर भी था गिरोह सक्रिय

पुलिस जांच में सामने आया कि सुमित्रा का इंस्टाग्राम अकाउंट ‘वीआरजी (वन रक्षक गैंग)’ नाम से था, जिसके कई फॉलोअर्स थे। इस अकाउंट पर वह बाइक स्टंट समेत अन्य वीडियो पोस्ट कर भोले-भाले युवकों को अपने गिरोह में शामिल होने के लिए उकसाती थी। उसने बेईमानी और जुल्म के खिलाफ लड़ने के पोस्ट किए थे, ताकि लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर सके।

गिरोह की तलाश जारी

पुलिस को शक है कि यह महिला एक संगठित ठग गिरोह का हिस्सा है, जो भोले-भाले युवकों को शादी के झांसे में लेकर लूटता है। अब तक आधा दर्जन युवकों के साथ ठगी की बात सामने आई है। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है और जल्द ही और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।

कैसे फंसाती थी युवकों को?

सोशल मीडिया के जरिए युवकों से संपर्क करती थी।

फर्जी नाम और फोटो का इस्तेमाल कर रिश्ते बनाने की कोशिश करती थी।

शादी का झांसा देकर लाखों रुपये और महंगे गहनों की मांग करती थी।

शादी के कुछ दिनों बाद नकदी और गहने लेकर भाग जाती थी।

नए नाम और पहचान के साथ नए युवक को निशाना बनाती थी।

पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है और जल्द ही और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।

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