24 News Update कविता पारख. निंबाहेड़ा। नगर परिषद निंबाहेड़ा द्वारा आयोजित ग्यारह दिवसीय राष्ट्रीय दशहरा मेले का समापन गुरुवार को विजयादशमी के अवसर पर रावण दहन के साथ हुआ। राष्ट्रीय दशहरा मेला प्रांगण में हज़ारों मेलार्थियों की उपस्थिति में बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक स्वरूप रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के विशाल पुतलों का रात्री 8.20 बजे दहन किया गया।
दशहरा मेले के इस भव्य आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में मेला आयोजन समिति संरक्षक, पूर्व यूडीएच मंत्री एवं विधायक श्रीचंद कृपलानी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष रतन लाल गाडरी ने की। इस अवसर पर पूर्व विधायक अशोक नवलखा, जिला प्रमुख गब्बर सिंह अहीर, श्री सांवलिया जी मंदिर मण्डल ट्रस्ट अध्यक्ष जानकीदास वैष्णव, पूर्व नगर अध्यक्ष नितिन चतुर्वेदी, नगर अध्यक्ष कपिल चौधरी, पूर्वी मंडल अध्यक्ष अशोक जाट कनेरा मण्डल अध्यक्ष जुगलकिशोर धाकड़ सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
प्रशासनिक स्तर पर भी अधिकारियों की विशेष मौजूदगी रही। उपखंड अधिकारी एवं नगर परिषद प्रशासक विकास पंचौली, एडिशनल एसपी मुकेश सांखला, पुलिस उप अधीक्षक बद्रीलाल राव, नगर परिषद आयुक्त कौशल कुमार खटूमरा, तहसीलदार घनश्याम झरवार ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
रावण दहन से पूर्व रामलीला मंचन में कलाकारों ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की जीवन लीला का सजीव चित्रण प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उपस्थित दर्शकों ने कलाकारों के संवाद और प्रस्तुति की सराहना की। रामलीला के समापन के बाद जब रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों में अग्नि प्रज्वलित की गई तो आसमान आतिशबाजी से जगमगा उठा और पूरा मैदान “जय श्रीराम” के जयघोष से गूंज उठा।
इस अवसर पर वरिष्ठ नेता चंद्रमोहन गुप्ता, डॉ. जे।एम. जैन, प्रदीप मोदी, विरेश चपलोत, भाजपा नगर महामंत्री देवकरण समदानी, कमलेश बनवार, कमलेश बुनकर, उपाध्यक्ष गोपाल पंचौली, पुष्कर सोनी, लक्की आहूजा, नगर मंत्री कैलाश सेन, आशीष बोड़ाना, रतन वैष्णव, भाजयुमो नगर महामंत्री डॉ. आशीष टांक, चिराग मंत्री, ग्रामीण महामंत्री सोनू झंवर सहित अनेक जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
रावण दहन कार्यक्रम में विधायक एवं मेला आयोजन समिति संरक्षक श्रीचंद कृपलानी ने अपने संबोधन में कहा कि दशहरा केवल एक पर्व नहीं, बल्कि बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद का दहन हमें यह संदेश देता है कि अन्याय, अहंकार और अधर्म चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो, उसका अंत निश्चित है। उन्होंने कहा कि निंबाहेड़ा का राष्ट्रीय दशहरा मेला वर्षों से सांस्कृतिक, धार्मिक और सामाजिक समरसता का प्रतीक रहा है। यह मेला नगर की पहचान बन चुका है और इसमें सभी वर्गों की सक्रिय भागीदारी इसकी भव्यता को और बढ़ाती है।
जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) पर बोलते हुए विधायक कृपलानी ने कहा कि यह व्यवस्था देश की आर्थिक रीढ़ को मजबूत करने के उद्देश्य से लागू की गई है। इसका लाभ व्यापारियों और आमजन दोनों को दीर्घकाल में मिलेगा। उन्होंने व्यापारियों से अपील की कि वे पारदर्शी व्यापार प्रणाली को अपनाकर राष्ट्र निर्माण में योगदान दें।
अंत में कृपलानी ने मेला आयोजन समिति, प्रशासन, पुलिस विभाग एवं नगर परिषद को सफल आयोजन के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि आने वाले वर्षों में निंबाहेड़ा का दशहरा मेला और भी भव्य स्वरूप में आयोजित होगा।
श्री हनुमान चालीसा के सामूहिक पाठ का हुआ आयोजन
राष्ट्रीय दशहरा मेला प्रांगण में रावण दहन से पूर्व धार्मिक वातावरण एवं हजारों मेलार्थियों की उपस्थिति में सामूहिक श्री हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया गया। हजारों श्रद्धालुओं ने एक स्वर में श्री हनुमान चालीसा का पाठ कर माहौल को भक्तिमय बना दिया।
कार्यक्रम में नगर के संत-महंतों सहित बड़ी संख्या में महिलाओं, युवाओं और बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। सामूहिक पाठ के दौरान पूरा पंडाल ष्जय बजरंगबलीष् और ष्हनुमान जी महाराज की जयष् के जयघोष से गूंज उठा।
आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि श्री हनुमान चालीसा का पाठ बुराई पर अच्छाई की विजय के इस पर्व का आध्यात्मिक प्रारंभ है, जो जनमानस में सकारात्मक ऊर्जा और धार्मिक आस्था का संचार करता है।
राष्ट्रीय दशहरा मेले में पहली बार विधायक कृपलानी ने बटन दबाकर किया आतिशबाज़ी का शुभारंभ
राष्ट्रीय दशहरा मेले के इतिहास में इस बार एक नया अध्याय जुड़ गया। मेले में पहली बार आतिशबाज़ी का शुभारंभ विधायक एवं मेला आयोजन समिति संरक्षक श्रीचंद कृपलानी ने बटन दबाकर किया। जैसे ही विधायक ने बटन दबाया, वैसे ही आसमान रंग-बिरंगी रोशनी और धमाकेदार आतिशबाज़ी से जगमगा उठा।
हजारों की संख्या में मौजूद दर्शकों ने तालियों और जयघोष के साथ इस ऐतिहासिक क्षण का स्वागत किया। आतिशबाज़ी का दृश्य देखते ही पूरा मैदान जय श्रीराम और भारत माता की जयष् के नारों से गूंज उठा।
मेले की भव्यता और आकर्षण बढ़ाने के लिए इस बार तकनीकी रूप से आधुनिक आतिशबाज़ी का आयोजन किया गया है। विधायक कृपलानी ने इस अवसर पर कहा कि निंबाहेड़ा का दशहरा मेला प्रदेश ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाए हुए है और आने वाले वर्षों में इसकी भव्यता और भी बढ़ेगी।
हजारों लोगों की मौजूदगी में धूमधाम से हुआ रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद का दहन

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