24 News Update जयपुर। राजस्थान सरकार ने प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान परीक्षा केंद्रों में धार्मिक प्रतीकों के साथ एंट्री को लेकर बड़ा फैसला लिया है। अब प्रदेश में आयोजित होने वाली सभी सरकारी भर्ती परीक्षाओं में अभ्यर्थी कड़ा, पगड़ी और कृपाण पहनकर शामिल हो सकेंगे। गृह विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर सभी संबंधित विभागों, आयोगों, जिला कलेक्टरों और पुलिस प्रशासन को निर्देशित किया है।
यह निर्णय रविवार को हुई एक घटना के बाद लिया गया है, जब पंजाब की गुरप्रीत कौर नामक छात्रा सिख धार्मिक प्रतीकों की वजह से परीक्षा में शामिल नहीं हो सकी। गुरप्रीत जयपुर के पूर्णिमा यूनिवर्सिटी में आयोजित राजस्थान न्यायिक सेवा (PCS-J) परीक्षा में भाग लेने पहुंची थीं। सुरक्षा जांच के दौरान उनसे कड़ा और कृपाण हटाने को कहा गया, जो उन्होंने धार्मिक भावनाओं का हवाला देते हुए अस्वीकार कर दिया। इसके चलते वे परीक्षा से वंचित रह गईं।
घटना के बाद सिख संगठनों और राजनेताओं ने नाराजगी जताई। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मामले में हस्तक्षेप की मांग की थी। उन्होंने इसे भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 के तहत धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन बताया।
धार्मिक गरिमा का सम्मान करने का निर्देश
गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव भास्कर ए. सावंत द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि परीक्षा केंद्रों पर सिख अभ्यर्थियों की धार्मिक भावनाओं और गरिमा का पूर्ण सम्मान किया जाए। सुरक्षा जांच के दौरान भी उनकी मान्यताओं का ध्यान रखा जाए तथा बिना किसी भेदभाव के उन्हें पगड़ी, कड़ा और कृपाण सहित प्रवेश दिया जाए। आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि परीक्षा केंद्रों के बाहर भी सभी धर्मों की भावनाओं का पूरा सम्मान किया जाए।
सुखबीर बादल ने सरकार के फैसले का किया स्वागत
सरकार के इस फैसले के बाद सुखबीर बादल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मैं राजस्थान सरकार द्वारा सिख विद्यार्थियों को पगड़ी, कड़ा और कृपाण सहित परीक्षा केंद्रों में प्रवेश की अनुमति देने के निर्णय का स्वागत करता हूं। यह धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार की दिशा में एक सराहनीय कदम है।” उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए यह भी आग्रह किया कि उन विद्यार्थियों को दोबारा परीक्षा देने का अवसर दिया जाए जो इस नियम के अभाव में परीक्षा में शामिल नहीं हो सके, जैसे कि गुरप्रीत कौर। साथ ही उन्होंने आग्रह किया कि सभी विद्यार्थियों की सुरक्षा जांच निष्पक्ष और समान रूप से हो, जिसमें किसी भी धार्मिक समुदाय के प्रति पूर्वग्रह न रखा जाए।
सिख प्रतीकों के साथ परीक्षा देने की अनुमति: राजस्थान सरकार ने बदले एग्जाम सेंटर में एंट्री के नियम, गुरप्रीत कौर प्रकरण के बाद सरकार का फैसला, अब सभी परीक्षाओं में कड़ा, पगड़ी और कृपाण के साथ प्रवेश संभव

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