24 News Update सवाई माधोपुर | राजस्थान की शिक्षा व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में है। सवाई माधोपुर जिले के मलारना स्टेशन स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय से एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसने बोर्ड परीक्षाओं की शुचिता पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं। वायरल वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि 10वीं की बोर्ड परीक्षा के दौरान स्वयं शिक्षक और परीक्षा निगरानी के लिए तैनात कर्मचारी विद्यार्थियों को उत्तर बता रहे हैं और नकल को बढ़ावा दे रहे हैं। वीडियो में स्कूल का एक शिक्षक जींस और चेकदार शर्ट में टेबल पर बैठकर बच्चों को सवालों के उत्तर (अ, ब, स, द) बता रहा है। यही नहीं, नकल रोकने के लिए नियुक्त किया गया फोटोग्राफर भी छात्रों को नकल करा रहा है। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान परीक्षार्थी बिना किसी भय के एक-दूसरे की उत्तर पुस्तिकाएं अदला-बदली करते नजर आ रहे हैं।
जिम्मेदारों की भूमिका संदिग्ध, शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप
इस वीडियो के सामने आने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। जिला शिक्षाधिकारी माध्यमिक हरकेश मीणा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच समिति का गठन किया है। उनका कहना है, “मामले की पूरी जांच करवाई जाएगी और दोषी पाए जाने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।”
नकल रोकने के प्रयास सवालों के घेरे में
राज्य सरकार और शिक्षा विभाग बार-बार नकल रोकने के लिए फ्लाइंग स्क्वॉड्स और निगरानी की बात करते हैं, लेकिन जब परीक्षा केंद्र के भीतर ही शिक्षक और जिम्मेदार कर्मचारी इस तरह की गतिविधियों में लिप्त पाए जाते हैं, तो यह पूरे तंत्र की विश्वसनीयता को ठेस पहुंचाता है।
परिणाम पर भी उठे सवाल
यह घटना तब सामने आई है जब परीक्षा समाप्त हो चुकी है और परिणाम की घोषणा निकट है। ऐसे में इस परीक्षा की निष्पक्षता पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। यह स्पष्ट है कि यदि इस तरह की घटनाएं बगैर सख्त कार्रवाई के दबा दी जाती हैं, तो योग्य छात्रों के साथ घोर अन्याय होगा।
10वीं बोर्ड परीक्षा में मलारना के सरकारी स्कूल में खुलेआम नकल, टीचर और स्टाफ की मिलीभगत VIDEO वायरल

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