24 News Update उदयपुर। उत्तर पश्चिम रेलवे ने वित्त वर्ष 2025-26 में शानदार वित्तीय प्रदर्शन करते हुए अक्टूबर माह तक 4,780 करोड़ रुपए का रिकॉर्ड सकल राजस्व अर्जित किया है। यह राशि पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की समान अवधि की तुलना में 3 प्रतिशत अधिक है। रेलवे के इतिहास में यह उपलब्धि एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर मानी जा रही है।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण ने बताया कि महाप्रबंधक अमिताभ के निर्देशन में रेलवे की आय लगातार बढ़ रही है। सभी मंडलों में बनाए गए बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट्स ने व्यापारियों से संवाद कर मालभाड़ा और पार्सल आय में बढ़ोतरी के लिए विशेष प्रयास किए हैं। वहीं, विशेष ट्रेनों का संचालन, फेरे बढ़ाने तथा डिब्बों की वृद्धि ने यात्री भार को भी बढ़ाया है।
अप्रैल से अक्टूबर 2025 तक रेलवे ने सभी प्रमुख आय मदों में बढ़ोतरी दर्ज की है। आरक्षित टिकटों से आय में 3.65%, अनारक्षित टिकटों से 5.58%, अन्य कोचिंग आय में 4.90% और टिकट चेकिंग से होने वाली आय में 18.64% की वृद्धि हुई है। पार्किंग और विज्ञापन आय में भी लगभग 12% की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इसी अवधि में यात्री संख्या में भी 40 लाख की महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है।
अगस्त 2025 रेलवे के लिए विशेष रहा, जब यात्री आय 335 करोड़ रुपए तक पहुंच गई, जो मार्च 2025 के सर्वश्रेष्ठ मासिक रिकॉर्ड 319 करोड़ रुपए से 16 करोड़ अधिक है। सितंबर में भी पार्सल तथा पार्किंग आय में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिली।
राजस्व वृद्धि के पीछे रेलवे अधिकारियों की रणनीतिक योजनाएं और समय पर किया गया क्रियान्वयन अहम रहा। त्योहारों, परीक्षाओं और यात्रियों की विशेष जरूरतों को ध्यान में रखते हुए स्पेशल ट्रेनें समय रहते चलाई गईं। विशेष रूप से दुर्गा पूजा और छठ के दौरान पूर्वी भारत की ओर यात्री भार को देखते हुए विशेष ट्रेनों का संचालन किया गया।
पार्किंग, विज्ञापन और खानपान से जुड़े ठेकों को भी अग्रिम तैयारी के साथ पूर्ण किया गया। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत स्टेशनों के पुनर्विकास कार्य पूरे होने के बाद भविष्य में इन मदों से आय में और वृद्धि की संभावना जताई गई है। रेलवे ने समय-समय पर सघन टिकट चेकिंग अभियान भी चलाए, जिनमें मुख्यालय और मंडल स्तर के वरिष्ठ अधिकारी सीधे शामिल हुए।

