24 News Update उदयपुर। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमपीयूएटी) की 68वीं अकादमिक परिषद की बैठक शुक्रवार को विश्वविद्यालय सचिवालय में कुलगुरु डॉ. प्रताप सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में आगामी दीक्षांत समारोह से जुड़े महत्वपूर्ण शैक्षणिक प्रस्तावों पर विस्तार से विचार-विमर्श कर कई प्रमुख निर्णय लिए गए।
बैठक में इस वर्ष से पहली बार “कुलगुरु स्वर्ण पदक” देने का निर्णय किया गया, जो स्नातक स्तर पर विश्वविद्यालय में सर्वाधिक अंक प्राप्त कर श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्र को प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा, कृषि, अभियांत्रिकी तथा सामुदायिक एवं व्यावहारिक विज्ञान संकायों के विभिन्न महाविद्यालयों से 934 स्नातक, 171 स्नातकोत्तर तथा 76 विद्या वाचस्पति विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की जाएगी।
उत्कृष्ट शैक्षणिक उपलब्धियों पर स्नातक वर्ग के 14, स्नातकोत्तर के 22 तथा विद्या वाचस्पति स्तर के 2 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त जैन इरिगेशन संस्थान द्वारा दो विद्यार्थियों को तथा श्री फूल सिंह राठौड़ और ब्रिगेडियर अनिल अदलका की स्मृति में एक–एक विद्यार्थी को स्वर्ण पदक दिए जाने का निर्णय लिया गया है। उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु एक चांसलर स्वर्ण पदक सामुदायिक एवं व्यावहारिक विज्ञान महाविद्यालय के विद्यार्थी को दिया जाएगा।
बैठक में अकादमिक परिषद के सदस्य डॉ. आर.एल. सोनी, डॉ. धृति सोलंकी, डॉ. मनोज कुमार महला, डॉ. आर.पी. मीना, डॉ. राम हरि मीणा, डॉ. लोकेश गुप्ता, डॉ. सुनील जोशी, डॉ. एल.एल. पंवार सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
मनोनीत सदस्य डॉ. चंदेश्वर तिवारी (पूर्व निदेशक शिक्षा विस्तार, वीसीएसजी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, भरसार, उत्तराखंड) वर्चुअली बैठक से जुड़े। अंत में कुलसचिव अशोक कुमार ने सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया। डॉ. जी.एल. मीना, मीडिया प्रकोष्ठ एवं जनसंपर्क अधिकारी, एमपीयूएटी ने यह जानकारी दी।
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