24 News Update जयपुर। उत्तरी-पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अमिताभ को मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MNNIT), इलाहाबाद–प्रयागराज ने उनके उत्कृष्ट प्रशासनिक नेतृत्व और सार्वजनिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए ‘डिस्टिंग्विश्ड एलुमनी अवॉर्ड—2025’ से सम्मानित किया है। यह सम्मान 16 नवंबर को संस्थान में आयोजित समारोह में प्रदान किया गया।
यह प्रतिष्ठित पुरस्कार उन पूर्व विद्यार्थियों को दिया जाता है, जिन्होंने अपने क्षेत्र में व्यावसायिक उत्कृष्टता, नवाचार और सामाजिक उत्तरदायित्व का उच्च मानक स्थापित किया हो। अमिताभ ने MNNIT से 1986 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी.ई. और 1988 में प्रोडक्शन में एम.ई. की उपाधि हासिल की थी।
रेलवे प्रशासन में तीन दशक से अधिक का अनुभव
भारतीय रेलवे मैकेनिकल इंजीनियरिंग सेवा (IRSME) के 1987 बैच के वरिष्ठ अधिकारी अमिताभ वर्तमान में IRMS कैडर के तहत उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं। इससे पहले वे रेलवे बोर्ड में निदेशक, बनारस लोकोमोटिव वर्क्स में प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर, प्रयागराज मंडल के डीआरएम और दिल्ली मंडल के एडीआरएम जैसे कई महत्वपूर्ण पदों पर जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
उत्तर पश्चिम रेलवे को दी नई दिशा
महाप्रबंधक के रूप में कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने यात्री सुविधाओं का विस्तार, सुरक्षा उपायों की मजबूती और पर्यावरण-अनुकूल पहलों को बढ़ावा देने जैसे कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उनके नेतृत्व में अक्टूबर 2023 से उत्तर पश्चिम रेलवे ने समयपालन (पंक्चुअलिटी) में देशभर में पहला स्थान हासिल किया।
ऑपरेशन सुधार, आधारभूत संरचना के विकास और कई बड़ी परियोजनाओं की प्रगति ने क्षेत्रीय विकास को नई गति दी है।
पहले भी मिल चुके हैं कई सम्मान
प्रयागराज में डीआरएम रहते हुए कुंभ मेला–2019 के दौरान उत्कृष्ट प्रबंधन के लिए प्रधानमंत्री ने उन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान किया था।
इसके अलावा, रेल मंत्री ने भी उनके उत्कृष्ट नेतृत्व के लिए पुरस्कृत किया।
रेलवे बोर्ड में निदेशक (सुरक्षा) के रूप में उनके योगदान पर वर्ष 2005 में उन्हें रेल मंत्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
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