24 News Update उदयपुर। उदयपुर की पुलिस अब अपराधियों को लेग बिफोर विकेट याने कि एलबीडब्ल्यू करने लगी है। पुलिस को देखते ही ना जाने क्यों अपराधी इस तरह से भागते हैं कि उनके केवल पांवों में ही चोट आती है। और मजे बात है कि शर्तिया मामलों में उनका एक पांव या एक घुटना क्षतिग्रस्त होता है। यह संयोग है या प्रयोग। यह तो पुलिसवाले ही जानें। मगर आजकल इस तहर से अपराधियों का नादान बनकर भागना भी चर्चा का विषय बना हुआ है। इससे पहले कई मामलों में महिला के वेश में अपराधियों का भागते हुए पकड़े जाना भी चर्चा का विषय बना था।
अबकी बार यह हिरणमगरी थाना पुलिस के साथ हुआ है जिसमें सभी आरोपी घुटनों से चोटिल दिखाई दे रहे हैं। संजय बंजारा के अपहरण और जानलेवा हमले के मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना में प्रयुक्त ब्लैक रंग की स्कॉर्पियो को भी जब्त किया गया है।
मुख्य अभियुक्त आबिद अली घटना के बाद फरारी के दौरान बाइक से फिसलने से घायल हो गया था, जिसका घुटना टूटने पर ऑपरेशन किया गया।
घटना का विवरण
प्रार्थी विजय बंजारा ने 22 अक्टूबर को रिपोर्ट दर्ज कराई कि 21 अक्टूबर की रात लगभग 10 बजे उसका पुत्र संजय बंजारा घर पर था, तभी उक्त स्कॉर्पियो कार में सवार आबिद, शौकीन, सोनू, प्रहलाद व चीकू मीणा आए। पूर्व में पटाखे छोड़ने की बात को लेकर हुए झगड़े के चलते उन्होंने षड्यंत्रपूर्वक संजय को कार में बैठाया और रास्ते में चाकू व लाठियों से हमला कर जान से मारने की नीयत से घायल अवस्था में देबारी हाईवे पर फेंककर फरार हो गए। गंभीर हालत में संजय को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका उपचार जारी है। घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने तत्काल अभियुक्तों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) उमेश ओझा और पुलिस उपाधीक्षक (नगर पूर्व) छगन पुरोहित के सुपरविजन में थानाधिकारी भरत योगी के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। टीम ने तकनीकी संसाधन और मुखबिरी तंत्र के माध्यम से लगातार दबिश देकर चारों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया।
पकड़ में आए अभियुक्त
आबिद अली पुत्र इश्तियाक अली (33 वर्ष) दृ निवासी मजिस्ट्रेट कॉलोनी, चित्तौड़गढ़; हाल कृष्णा कॉलोनी, सेक्टर-9, सविना, उदयपुर सरफराज अहमद उर्फ सोनू पुत्र शराफत अली (26 वर्ष) निवासी मजिस्ट्रेट कॉलोनी, चित्तौड़गढ़ प्रहलाद राजगोट पुत्र लाल सिंह राजगोट (21 वर्ष) निवासी बांसनी, दमोह (म.प्र.); हाल राजू भाई का गैराज, सेक्टर-5, हिरणमगरी, उदयपुर सुका उर्फ चीकू मीणा पुत्र दाडम मीणा (25 वर्ष) दृ निवासी कृष्णा कॉलोनी, लालमगरी, सेक्टर-9, उदयपुर अभियुक्त सोनू के खिलाफ पहले से लूट, चोरी, मारपीट व आर्म्स एक्ट के 4 प्रकरण और चीकू मीणा के खिलाफ इसी प्रकार के 2 प्रकरण दर्ज हैं।
टीम की भूमिका और रणनीति
घटना के बाद हिरणमगरी थाना पुलिस की विशेष टीम ‘टारगेट (ज्।त्ळम्ज्)’ को सक्रिय किया गया। टीम ने अभियुक्तों की तलाश में खेरवाड़ा, सागवाड़ा, साबला, डूंगरपुर, वल्लभनगर और चित्तौड़गढ़ के संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दी। अभियुक्त जंगलों में ठिकाने बदलते रहे और वहीं छिपकर रहते थे। सूचना मिलने पर टीम ने तकनीकी विश्लेषण व आसूचना संकलन के आधार पर चित्तौड़गढ़ के जंगलों से मुख्य आरोपी आबिद और सोनू को डिटेन किया।
टीम के सदस्य
थानाधिकारी भरत योगी के नेतृत्व में टीम में शामिल थे। राजेन्द्र सिंह, भगवतीलाल, राज कुमार जाखड़, विजय सिंह, नंदकिशोर, प्रताप सिंह, हेमेन्द्र, रामजीलाल, कल्पेश, लोकेश रायकवाल (साइबर सेल), तेजाराम, सुनील बुझ हॉक, सभी पुलिसकर्मी हिरणमगरी थाने से।
Discover more from 24 News Update
Subscribe to get the latest posts sent to your email.