24 News update उदयपुर, 7 सितम्बर। जैन सोशल ग्रुप स्वास्तिक द्वारा रविवार को सामूहिक वंदना एवं क्षमापना का भव्य आयोजन कर समाज में आपसी सौहार्द, समन्वय और आध्यात्मिक चेतना का संदेश दिया गया। पूर्णिमा के पावन अवसर पर हुए इस आयोजन का उद्देश्य समाजजनों को एक सूत्र में जोड़ना और क्षमापना पर्व की महत्ता को जन-जन तक पहुँचाना रहा।
चार स्थानकों पर हुआ क्षमापना का सामूहिक कार्यक्रम
कार्यक्रम का शुभारंभ सुबह 9 बजे हिरणमगरी सेक्टर-4 स्थित श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ से हुआ। प्रारंभ में जैन मुनि श्री का मंगल प्रवचन हुआ, इसके बाद समाजजन क्रमशः सेक्टर-3, सेक्टर-5 और सेक्टर-11 के स्थानकों पर पहुंचे।
“मिच्छामि दुक्कडम्” उच्चारण के साथ सभी ने सामूहिक रूप से क्षमा याचना कर रिश्तों में प्रेम और मधुरता का संचार किया।
संयोजक अंकुर लोढ़ा और राजेंद्र हिंगड़ ने बताया कि सेक्टर-4 में आचार्य अभिषेक मुनि, सेक्टर-3 में महासाध्वी सुप्रभा जी, सेक्टर-5 में महासाध्वी सूर्यकांता जी और सेक्टर-11 में महासाध्वी प्राची जी एवं महासाध्वी विश्वप्रभा जी के सान्निध्य में सामूहिक वंदना व क्षमापना संपन्न हुई।
समाज में समरसता का संदेश
ग्रुप अध्यक्ष संजय धाकड़ ने कहा कि स्वास्तिक ग्रुप लगातार नए प्रकल्पों से साधार्मिक बंधुओं में वैचारिक समरसता और सामाजिक मजबूती का कार्य कर रहा है।
संस्थापक अध्यक्ष धीरज छाजेड़ ने इसे बच्चों और परिवारों को धर्म से जोड़ने तथा समाज में समन्वय बढ़ाने की दिशा में एक सार्थक प्रयास बताया।
सचिव पंकज जैन के अनुसार यह आयोजन धार्मिक और सामाजिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिससे समाज में भाईचारा, आत्मीयता और आध्यात्मिक चेतना का विस्तार हुआ।
उपाध्यक्ष सुराणा ने इसे धर्म, सामाजिक समन्वय और आध्यात्मिक जागरण का संगम बताते हुए अनुकरणीय आयोजन कहा।
साधु-साध्वियों का सान्निध्य और समाज की सहभागिता
आयोजन में जैन समाज के अनेक साधु-साध्वियों के सान्निध्य के साथ अशोक कोठारी, उषा यशवंत तलेसरा, कविता गौरव सुराणा, कौशिक खमेसरा, चंचल धीरज छाजेड़, भावना वीरेंद्र कावड़िया, माधवी राजेंद्र हिंगड़, मीनाक्षी अंकुर लोढ़ा, विजया नवीन सुराणा, वैशल्या शशिपाल जैन, शीला कुशलप्रकाश लोढ़ा, सरला राजेंद्र मेहता, सीमा संजय कावड़िया, सोनल मनोज पोखरना सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
सभी प्रतिभागियों ने इसे समाज की आध्यात्मिक एकता का उत्सव बताया।

